(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
दिल्ली में फिर आएगी बाढ़! बिहार-असम-उत्तराखंड में हाल-बेहाल, जानें देशभर में बारिश से कहां-कहां मची तबाही
Delhi Flood: दिल्ली सरकार बाढ़ की किसी भी स्थिति से निपटने के लिए कमर कस चुकी है. इस सीजन में पहली बार हथिनीकुंड बैराज के 5 गेट खोलकर पानी को बड़ी यमुना में डायवर्ट किया गया.
Flood In India: भारी बारिश के कारण देश के कई हिस्सों में बाढ़ आ गई है तो वहीं कई जगहों पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. मूसलाधार बारिश होने से बिहार में कई स्थानों पर विभिन्न नदियों का जलस्तर बढ़ने लगा है. वहीं असम में बाढ़ से 30 जिलों के 24.5 लाख लोग प्रभावित हैं.
असम में बाढ़ से 52 की मौत
यहां कई स्थानों पर प्रमुख नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. इस साल बाढ़ में अब तक 52 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि भूस्खलन और तूफान में 12 अन्य लोगों की जान जा चुकी है. बिहार के कुछ जिलों में लगातार बारिश के कारण नदियां और नाले उफान पर हैं. पानी का बहाव बढ़ने से कई बांधों में पानी का स्तर भी बढ़ गया है.
दिल्ली में भारी बारिश से हुए तबाही के बाद अब बाढ़ का खतरा बन गया है. हरियाणा के यमुनानगर जिले में हथिनीकुंड बैराज पर शनिवार (6 जुलाई) को यमुना का जलस्तर बढ़ गया, जिसके बाद इसे दिल्ली के लिये डायवर्ट कर दिया गया. पहाड़ी इलाकों में खासकर उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के चलते यमुनानगर के हाथिनीकुंड बैराज यमुना का जलस्तर बढ़ा.
हथिनीकुंड बैराज के 5 गेट खोले गए
भारी बारिश के बाद हथिनीकुंड बैराज पर 39,205 क्यूसेक पानी दर्ज किया गया, जिसके बाद इस सीजन में पहली बार हथिनीकुंड बैराज के 5 गेट खोले गए और इस पानी को बड़ी यमुना में डायवर्ट किया गया है. वेस्टर्न यमुना कैनाल में 17,510 और पूर्वी यमुना कैनाल में 3510 क्यूसेक पानी डायवर्ट किया गया.
उत्तराखंड-हिमाचल में बारिश से लोग परेशान
इसके अलावा नेपाल के जलग्रहण क्षेत्रों में लगातार बारिश के कारण भी कई जगहों पर नदियां खतरे के स्तर को छू रही हैं या उससे ऊपर बह रही हैं. वहीं हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में भारी बारिश हुई है जिसमें कांगड़ा का धर्मशाला और पालमपुर शामिल है जहां 200 मिलीमीटर से अधिक बारिश हुई. आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार भारी बारिश के कारण हिमाचल की 150 सड़कें अवरुद्ध हो गईं हैं.
उत्तराखंड में पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश के कारण कई स्थानों पर भूस्खलन से आम जनजीवन प्रभावित रहा, जबकि बद्रीनाथ जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) सहित प्रमुख सड़कें अवरुद्ध हो गईं.
वहीं दिल्ली सरकार ने यमुना के जलस्तर पर नजर रखने के लिए बाढ़ कंट्रोल रूम शुरू किया है. जल संसाधन मंत्री आतिशी ने कहा शुक्रवार को कहा था कि यह कंट्रोल रूम हथिनीकुंड बैराज और जहां से यमुना में पानी छोड़ा जाता है वहां का डेटा इकट्ठा करेगा.
(इनपुट पीटीआई से भी)
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