Rain Live Updates: यमुना में लगातार बढ़ रहा वाटर लेवल, एलजी ने बुलाई डिजास्टर मैनेजमेंट की बैठक
Flood Live Updates: उत्तर भारत में लगातार हो रही भारी बारिश के चलते कई जगह पर जल प्रलय की स्थिति है. दिल्ली में यमुना खतरे के निशान को पार गई है.
भारतीय युवा कांग्रेस एसओएस टीम 13 जुलाई को सुबह 7 बजे उत्तर पूर्वी दिल्ली के जस्ट क्रॉस सिग्नेचर ब्रिज पर बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत सामग्री चाय, दूध ब्रेड, बिस्कुट और पानी वितरित करने जाएगी.
दिल्ली में कई दिनों की लगातार बारिश के बाद यमुना नदी उफान पर है. यमुना का जलस्तर 208.05 के पार पहुंच गया है. दिल्ली सरकार का कहना है कि रात 8 बजे हथिनीकुंड बैराज से 1,47,857 क्यूसेक पानी छोड़ा गया.
दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने राष्ट्रीय राजधानी में बाढ़ की स्थिति पर चर्चा के लिए कल दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक बुलाई है. इस बैठक में सीएम अरविंद केजरीवाल भी हिस्सा लेंगे.
पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने दिल्ली में यमुना के बाढ़ क्षेत्र से लोगों को उनके मवेशियों सहित बचाया. यमुना खतरे के निशान को पार कर गई है. 8 बजे यमुना नदी का जलस्तर 207.89 मीटर दर्ज किया गया.
हिमाचल प्रदेश में बारिश के कारण 88 लोगों की जान चली गई है, 16 लापता हैं और 100 घायल हुए हैं. राज्य भर में 492 जानवरों की मौत हो चुकी है. राज्य सरकार ये जानकारी दी.
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मंडी में राहत शिविर, गुरुद्वारा साहिब गुरु गोबिंद सिंह का दौरा किया. उन्होंने कहा कि कुल्लु-मनाली में हमने बिजली, पानी और मोबाइल कनेक्टिविटी की सप्लाई अस्थायी रूप से शुरू कर दी है. अभी तक 4000 करोड़ का नुकसान हुआ है. हमारी सरकार युद्धस्तर पर काम कर रही हैं. राज्य में भारी तबाही मची है. हमारी प्राथमिकता लोगों को जल्द से जल्द बचाना है. हमने लगभग 50,000 पर्यटकों को बचाया है, लेकिन 20,000 अभी भी कई स्थानों पर फंसे हुए हैं.
पूर्वी दिल्ली से भाजपा सांसद और पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर ने कहा कि मयूर विहार फेज वन के पास बाढ़ प्रभावित इलाके में बच्चों सहित 1000-1500 लोग फंसे हुए हैं. मैंने उन्हें बचाने के लिए नाव उपलब्ध कराने के लिए डीएम से बात की है. दिल्ली के लोग हमारी जिम्मेदारी हैं. दिल्ली के मुख्यमंत्री से सवाल किया जाना चाहिए कि उनकी सरकार ने शहर के बुनियादी ढांचे पर कितना पैसा खर्च किया है. यह राजनीति करने का समय नहीं है.
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हरियाणा से लगातार पानी छोड़ जा रहा है. जिस वजह से यमुना का जलस्तर बढ़ रहा है. बढ़ता जलस्तर दिल्ली के लिए ठीक नहीं है. यमुना का जलस्तर अभी और बढ़ेगा. दिल्ली में दो-तीन दिनों से बारिश नहीं हो रही. यमुना का जलस्तर बढ़ने का कारण हरियाणा और हिमाचल से आने वाला पानी है. इसका मुख्य कारण हथनीकुंड बैराज से आने वाला पानी है. मेरी यमुना के आस पास रहने वाले लोगों से अपील है कि आप जल्द से जल्द वहां से हट जाएं.
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने आज राज्य में बारिश प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया. सीएम ने कहा कि प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने का काम जारी है. पिछले 4 दिन में काफी अधिक मात्रा में बारिश हुई है. सबसे अधिक नुकसान अंबाला जिले में हुआ है. 40 गांव में बाढ़ का पानी घुसा है. अभी तक 10 लोगों की मृत्यु की खबर है लेकिन कुछ लोग लापता हैं उन्हें तलाश करने के प्रयास जारी हैं. राहत सामग्री वितरित की जा रही है, भोजन पैकेट लोगों तक पहुंचाए जा रहे हैं. हर प्रकार के प्रयास किए जा रहे हैं.
दिल्ली में बाढ़ की स्थिति के मद्देनजर सचिवालय में आपात बैठक शुरू हुई है. सीएम अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में हो रही इस बैठक में दिल्ली सरकार के मंत्री, मेयर और संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद हैं. केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक, शाम 4 बजे यमुना का जलस्तर 207.71 मीटर तक पहुंच गया.
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि चंद्रताल में थोड़ी चुनौती है लेकिन स्थिति कंट्रोल में है और हमने दो मंत्री चंद्रताल के लिए भेज दिए हैं. सबसे कठिन निकासी चंद्रताल की है इस दृष्टि से हम कोशिश कर रहे हैं कि फंसे हुए लोगों को जल्दी निकाल ले. लाहौल-स्पीति में फंसे हुए लोगों को बचाया गया है, राहत अभियान जारी है.
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने जिला प्रशासन के साथ बैठक कर बारिश के कारण उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की. बैठक में गृह मंत्री अनिल विज भी मौजूद रहे.
हरियाणा: लगातार बारिश के बाद हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज के अंबाला स्थित आवास में पानी भर गया है. राज्य के अलग-अलग हिस्सों में बारिश के बाद भारी जलभराव हुआ है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है. उन्होंने लिखा कि हथिनीकुंड से सीमित मात्रा में पानी छोड़ा जाना चाहिए, ताकि यमुना का जलस्तर और न बढ़े. दिल्ली में G20 शिखर सम्मेलन होना है, इसलिए अगर दिल्ली में बाढ़ आती है, तो इससे दुनिया में अच्छा संदेश नहीं जाएगा.
दिल्ली के मंत्री और आप नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि अभी यमुना का लेवल 207.37 मीटर है ये खतरे के निशान से काफी ऊपर है. केंद्र जल आयोग के अनुमान के अनुसार इसका लेवल रात 10 बजे से 207.55 पहुंच सकता है. यानी दिल्ली के कुछ जगह पर यमुना अपनी तटबंधों को तोड़कर पार सकती है तो जहां पर भी ऐसा खतरा है वहां पर दिल्ली सरकार के सिंचाई नियंत्रण विभाग तटबंधों को मजबूत करने का काम कर रहा है.
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और हिमाचल प्रदेश के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने जिला अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. उन्होंने बताया कि मनाली की तरफ से 2500 गाड़ियां निकाली गई और अभी भी वहां पर करीब 7000 गाड़ियां फंसी हुई हैं. कसोल से भी हमने काफी लोगों को निकाल लिया है. इंफ्रास्ट्रक्चर की तरफ हमने सबकी ड्यूटी लगा दी है. हमारा मेन मकसद है कि फंसे पर्यटक को निकालना और उसके बाद बिजली और अन्य समस्यों को ठीक करना है. बाहर से हम अतिरिक्त स्टाफ लेकर आ रहे हैं. खुशी इस बात की है हम फंसे 50% पर्यटकों को निकालने में सफल हुए और शाम 8 बजे तक हम 80% हम पर्यटकों निकालने में सफल होंगे.
आम आदमी पार्टी नेता और दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने यमुना के जलस्तर का निरीक्षण किया.
दिल्ली में यमुना ने जलस्तर का 45 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है. इस समय यमुना का जलस्तर अपने सर्वोच्च 207.55 मीटर पर पहुंच गया है. इसके पहले 9 जून, 1978 को यमुना का सर्वोच्च जलस्तर 207.49 मीटर रिकॉर्ड किया गया था.
दिल्ली पुलिस ने एहतियात के तौर पर दिल्ली के बाढ़ग्रस्त इलाकों में सीआरपीसी की धारा 144 लागू कर दी है.
दिल्ली में यमुना नदी का 45 साल पुराना रिकॉर्ड टूटने वाला है. यमुना का जलस्तर बढ़कर 207.48 हो गया है और यह रिकॉर्ड के बेहद करीब है. यमुना का उच्चतम जलस्तर 207.49 रहा है, जो 9 जून, 1978 को रिकॉर्ड किया गया था.
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, यह हमारे लिए चुनौती है. केदारनाथ की यात्रा कठिन है, वहां कभी भी रास्ते अवरुद्ध हो सकते हैं. यात्रा करने से पहले मौसम की जानकारी जरूर ले लें. प्रधानमंत्री ने नुकसान की जानकारी ली है. अमित शाह के साथ होने वाली जोनल काउंसिल की बैठक को मौसम को देखते हुए स्थगित कर दिया गया है.
केंद्रीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष देहरादून से मिली जानकारी के अनुसार, उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण हरिद्वार समेत गढ़वाल और कुमाऊं मंडल की अधिकांश नदियों का जलस्तर खतरे के निशान को छू गया है. बांधों और जलाशयों में पानी खतरे के निशान के करीब है.
हिमाचल और उत्तराखंड में कल बारिश नहीं होने के चलते हथिनी कुंड बैराज का जलस्तर घटने लगा है. ताजा जानकारी के मुताबिक फिलहाल हथिनी कुंड बैराज से करीब डेढ़ लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है. कल रात तक साढे तीन लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ा जा रहा था, लेकिन दिल्ली एनसीआर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए अभी यह राहत की खबर नहीं है क्योंकि कल रात तक जो साढे तीन लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है वह अगले 60 घंटो के बीच दिल्ली-एनसीआर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के इलाकों में पहुंचेगा.
हिमाचल की व्यास नदी उफान मारती नज़र आ रही है. बरसात तेज हुई तो हालात एक बार फिर खराब हो सकते हैं. 2 दिन पहले तक व्यास के पानी का स्तर 30 मीटर ऊपर आ गया था. आसपास के घरों की 2 से 3 मंजिल पानी मे समा गई थी. फिलहाल यहां कल से बारिश रुकी हुई है. मनाली का रास्ता खोला गया है. हालांकि मेन हाईवे अभी भी बंद है.
दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. मंगलवार, सुबह 8 बजे, ओल्ड रेलवे ब्रिज पर नदी का जल स्तर 207.25 मीटर दर्ज किया गया, जो उच्चतम बाढ़ स्तर 207.49 मीटर के करीब है. नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.
देहरादून के विकासनगर में यमुना नदी का जल स्तर बढ़ने पर 7 लोग टापू पर फंस गए थे. पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने ऊफनती हुई नदी के बीच सभी का रेस्क्यू कर सुरक्षित जगह पर पहुंचाया. ये सभी लोग मजदूरी करते थे.
पंजाब और हरियाणा में तीन दिन तक कहर बरपाने के बाद मंगलवार (11 जुलाई) को बारिश भले ही थम गई, लेकिन कई इलाके अब भी जलमग्न हैं. बारिश संबंधी घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर 15 हो गई है. पीटीआई एजेंसी के मुताबिक, मंगलवार को बारिश से संबंधित घटनाओं के कारण छह और लोगों की मौत की सूचना मिली, जिसके साथ पिछले तीन दिनों में मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर 15 हो गई है. पंजाब में आठ मौतें हुईं, जबकि हरियाणा में सात लोगों की जान चली गई. दोनों राज्यों की सरकारों ने प्रभावित लोगों को राहत प्रदान करने के प्रयास तेज कर दिए हैं. साथ ही बचाव अभियान जारी है.
बारिश और भूस्खलन के चलते रोड बंद होने से हिमाचल प्रदेश के मनाली में कई पर्यटक फंसे हुए हैं.
उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण केदारनाथ यात्रा रोक दी गई है. यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए जिला प्रशासन ने यात्रियों को सोनप्रयाग और गौरीकुंड में रोक दिया है.
अगर यमुना नदी का जलस्तर 207.49 मीटर पहुंच जाता है तो दिल्ली में बाढ़ आने का खतरा हो सकता है. अभी यमुना का जलस्तर 207.14 मीटर पर है.
दिल्ली में इस वक़्त यमुना का जलस्तर 207.14 है. ओल्ड रेलवे ब्रिज के किनारे इस वक्त यमुना का बहाव बहुत ज्यादा तेज है और लगातार डेंजर लेवल से ऊपर बह रही है. यमुना खादर के इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए एक परेशानी बढ़ गई है. यमुना का जलस्तर बढ़ने से कई इलाकों में घरों के अंदर पानी भर गया जिस वजह से लोगों ने घर खाली करके दूसरी जगह शिफ्ट करना शुरू कर दिया है. ओल्ड रेलवे ब्रिज यातायात के लिए बंद है और किसी को भी उस पर आवाजाही की इजाजत नहीं है.
हिमाचल प्रदेश में बारिश और बाढ़ के चलते कई जगह पर पुल ढह गए.
भारतीय सेना ने बताया कि विशेष बलों और एएलएच स्क्वाड्रन ने हिमाचल प्रदेश में लगातार बारिश के कारण गिरि नदी के उफान से कटे एक छोटे से टापू पर तीन दिनों से फंसे पांच नागरिकों को बचाया है.
पंजाब के फतेहगढ़ साहिब के सरहिंद शहर में भारी बारिश के चलते बाढ़ आ गई.
नदियों का जलस्तर बढ़ने से यूपी में भी प्रशासन सतर्क है. मथुरा के एसएसपी शैलेश कुमार पांडे ने एएनआई को बताया कि बारिश के कारण यमुना नदी का जलस्तर बढ़ रहा है. नदी के किनारे के सभी थानों को क्षेत्र में निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं. अन्य एजेंसियों से भी समन्वय स्थापित किया जा रहा है जिससे अगर कहीं जलभराव हो तो तुरंत ही लोगों को वहां से बाहर निकाला जा सके.
बैकग्राउंड
Heavy Rain And Flood Live Updates: उत्तर भारत में हो रही लगातार बारिश ने कई इलाकों में तबाही की स्थिति ला दी है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में बारिश और बाढ़ के चलते जान-माल का नुकसान हुआ है. उत्तराखंड, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश में रेड अलर्ड जारी किया गया है.
इधर, देश की राजधानी दिल्ली में भी भारी बारिश की चलते यमुना का जलस्तर पहले ही खतरे के निशान को पार कर गया है. बारिश के चलते दिल्ली के कई इलाकों में पानी भरा हुआ है. दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने बारिश की स्थिति की समीक्षा करने और दिल्ली में जलभराव को दूर करने के लिए मंगलवार (11 जुलाई) को संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की.
उत्तराखंड के आपदा प्रबंधन विभाग ने बताया है कि कुछ ज़िलों में ऑरेंज और येलो अलर्ट था, जिन्हें अब रेड अलर्ट कर दिया गया है. उत्तरकाशी में हादसा हुआ है जिसमें 3 गाड़ियों पर पत्थर गिरने से 4 लोगों की मौत और 7 लोग घायल हो गए. यात्रियों को लगातार चेतावनी दी जा रही कि कहीं भी ऐसी जगह न जाएं जहां पत्थर गिरने की आशंका हो. मुख्यमंत्री धामी लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं.
हिमाचल प्रदेश में भी बारिश ने कहर बरपा रखा है. मंगलवार (11 जुलाई) को जारी सरकारी आंकड़ों के मुताबिक दो दिनों में 29 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, 24 जून को हिमाचल प्रदेश में मानसून के आदेश के बाद अब तक 63 लोगों की जान जा चुकी है. प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने राज्य के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया. मंगलवार को सीएम सुक्खू कसोल, खीरगंगा और अन्य प्रभावित जगहों का दौरा किया और वह इस दौरान लोगों से भी मिले.
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी से भी बात की है. केंद्र सरकार की ओर से हिमाचल प्रदेश को हर संभव मदद देने का आश्वासन मिला है. भारी बारिश के कारण भूस्खलन होने से चंडीगढ़-शिमला राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों की आवाजाही बंद हो गई थी. मंगलवार बारिश कम होने पर लोगों के लिए फिर से आवाजाही शुरू हो गई है.
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