गुवाहाटी: असम में गुरुवार को बाढ़ की स्थिति और गंभीर हो गई. राज्य में चार और जिलों में भी बाढ़ का पानी घुस गया है. वहीं, एक व्यक्ति की मौत होने के साथ ही बाढ़ की वजह से मरने वालों की संख्या बढ़ कर 13 हो गई है. राज्य में 1.89 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. प्रदेश सरकार ने पांच सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में 49 राहत कैंप लगाए हैं.
धीमाजी में सबसे ज्यादा लोग प्रभावित
मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने प्रभावित जिलों के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों तक तेजी से पहुंचे और बचाव एवं राहत कार्य के दौरान कोविड-19 सुरक्षा नियमों का पालन करें.
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने अपने दैनिक बुलेटिन में बताया कि बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित धीमाजी जिले में एक और व्यक्ति की मौत हो गई. यहां 91,000 लोग प्रभावित हुए हैं.
बुलेटिन में बताया गया कि जोरहाट जिले के नीमातीघाट में, धुब्री जिले के धुब्री शहर में और सोनीतपुर जिले के तेजपुर में ब्रह्मपुत्र नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.
इन 5 जिलों में सबसे ज्यादा असर
राज्य में धीमाजी के अलावा जोरहाट, माजुली, शिवसागर और जोरहाट जिले में भी बाढ़ का जबरदस्त असर पड़ा है. इन पांच जिलों में फिलहाल सरकरा की ओर से 49 राहत शिविर लगाए गए हैं. जिनमें 11 हजार से ज्यादा लोग ठहरे हुए हैं.
राज्य में अब तक 19,430 हेक्टेयर कृषि भूमि पानी में डूब चुकी है. सड़कों और निर्माण कार्यों को नुकसान पहुंचाने के अलावा बाढ़ के पानी से कई इलाकों पर जमीन भी धंसने लगी है.
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