नई दिल्ली: असम में बाढ़ के कारण लोगों की जिंदगी काफी मुश्किल हो गई है. बुधवार को स्थिति और ज्यादा खराब हो गई. पानी में डूबकर एक शख्स की मौत के साथ ही हजारों लोगों को विस्थापन का सामना करना पड़ा. बाढ़ ने 102 गांव को अपनी चपेट में ले लिया है और करीब 5 हजार से ज्यादा हेक्टेयर में लगी फसलें बर्बाद हो गईं.


बाढ़ ने बिगाड़ी असम की सूरत


राज्य के पांच जिले बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. यहां 38 हजार लोगों को विस्थापित होने के लिए मजबूर होना पड़ा. जबकि एक शख्स की मौत बाढ़ के पानी में डूबकर हो गई. मौत का ताजा नया मामला शिवसागर जिले में दर्ज किया गया. इसके साथ ही मृतकों की संख्या बढ़कर 12 हो गई. ब्रह्मपुत्र नदी जोरहाट और धुबरी के निमातिघाट में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. धेमाजी जिले में सड़क और दूसरी संरचनाओं को काफी नुकसान पहुंचा है. गोलाघाट जिले के कई इलाकों में बड़े पैमाने पर कटाव होने से स्थिति काफी खतरनाक हो गई है.


38 हजार लोग प्रभावित


असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बताया कि बाढ़ के कारण 38 हजार लोग प्रभावित हुए हैं. बाढ़ ने धेमाजी, जोरहाट, माजुली, शिवसागर और डिब्रूगढ़ जिलों को अपनी चपेट में ले लिया है. सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में धेमाजी जिला है. यहां करीब 15 हजार लोगों को अपनी जगह छोड़कर हटना पड़ा. उसके बाद डिब्रूगढ़ में 11 हजार, शिवसागर में 10 हजार लोगों को निचली जगहों से ऊंची जगहों की तरफ भेजा गया. मंगलवार तक 4 जिलों में प्रभावितों की संख्या 37 हजार थी. उसके बाद प्रभावित जिलों की फेहरिस्त में एक और माजुली जिला शामिल हो गया. राहत बचाव के लिए जिला प्रशासन दो जिलों में 27 रिलीफ कैंप और वितरण केंद्र चला रहा है. जहां अबतक 1 हजार से ज्यादा लोगों ने शरण लिया है. प्रभावित लोगों के बीच 119 क्विंटल चावल, दाल और नमक बांटा जा चुका है.


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