Floods in Manipur and Assam Latest Updates: भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में भारी बारिश के बाद मणिपुर और असम में बाढ़ की स्थिति हो गई है. इस बीच लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है. दोनों राज्यों में बाढ़ से कई लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि हजारों लोग अपने घरों को छोड़कर राहत शिविरों में रहने को मजबूर हैं.


असम और मणिपुर दोनों में भारी बारिश जारी है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने इस सप्ताह सभी पूर्वोत्तर राज्यों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. सेना, असम राइफल्स, राज्य पुलिस, मणिपुर अग्निशमन सेवा, NDRF और SDRF कर्मी और स्थानीय स्वयंसेवकों बाढ़ प्रभावित लोगों को बचाने में लगे हुए हैं.


असम के 29 जिलों में 16.25 लाख लोग प्रभावित 


अधिकारियों ने बुधवार (3 जुलाई 2024) को बताया कि दोनों राज्यों में बाढ़ से कुल 48 लोगों की मौत हो चुकी है. इनमें से 46 मौतें असम में और दो मणिपुर में हुई हैं. बुधवार को असम में बाढ़ के पानी में डूबने से आठ लोगों की मौत हुई, जबकि मणिपुर में दो लोग डूब गए, असम में बाढ़ की स्थिति अब भी गंभीर बनी हुई है, क्योंकि 29 जिलों में 16.25 लाख से अधिक लोग बाढ़ की दूसरी लहर से प्रभावित हुए हैं.


मणिपुर में 2800 गांव पानी में डूबे


वहीं, मणिपुर में 2000 से अधिक लोगों को भारी बाढ़ वाले क्षेत्रों से निकाला गया है. 105 राजस्व सर्कलों के अंतर्गत 2800 गांव अब भी पानी में डूबे हैं और बाढ़ के पानी ने 39451.51 हेक्टेयर फसल क्षेत्र को जलमग्न कर दिया है. असम में, 24 बाढ़ प्रभावित जिलों में प्रशासन की ओर से बनाए गए 515 राहत शिविरों और वितरण केंद्रों में 3.86 लाख से अधिक लोगों ने शरण ले रखी है.


दर्जनों पुल और हजारों घरों को भी पहुंचा नुकसान


पिछले 24 घंटों में बाढ़ के पानी ने मणिपुर और असम दोनों में सैकड़ों सड़कों, दर्जनों पुलों और हजारों घरों को नुकसान पहुंचाया है. ब्रह्मपुत्र नदी और उसकी सहायक नदियों का जल स्तर इस सप्ताह खतरे के स्तर को पार कर गया, जिससे आस-पास के इलाकों में भारी तबाही हुई. इंफाल पश्चिम में सिंगजामेई ओइनम थिंगल में इंफाल नदी का तटबंध टूट गया और इंफाल पूर्व में कोंगबा इरोंग के अलावा केइराओ के कुछ हिस्सों में कोंगबा नदी उफान पर आ गई है.


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