बेंगलुरु: कर्नाटक का सियासी नाटक अभी जारी है. कुमारस्वामी सरकार के विश्वासमत प्रस्ताव पर तीसरे दिन भी चर्चा चलती रही लेकिन वोटिंग नहीं हुई. इसे लेकर सदन में येदियुरप्पा समेत बीजेपी ने खूब हंगामा किया. बीजेपी विधायक अड़े रहे कि रात 12 बजे तक भी सदन में रुकने को तैयार हैं लेकिन वोटिंग हो पर ऐसा नहीं हुआ. जहां एक ओर येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री पर वोटिंग टालने का सीधा आरोप लगाया. वोटिंग पर अड़े येदुरप्पा ने सदन में भोजन की व्यवस्था की मांग की. इस पर स्पीकर बोले कैंटिन में खाना खत्म हो गया है. यहां बहुत से लोग डायबटीज से पीड़ित है, बाहर से खाना मंगवाने में बहुत समय लगेगा.


वहीं कांग्रेस का कहना है कि बागी विधायकों के इस्तीफे पर अध्यक्ष का फैसला आने तक वोटिंग ना कराया जाए. सीएम कुमारस्वामी ने कहा कि हम हम आज बहुमत परीक्षण के लिए तैयार है. कुमारस्वामी ने पिछले सप्ताह गुरुवार को विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव रखा था. कुमारस्वामी ने पिछले सप्ताह गुरुवार को विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव रखा था.


बता दें कि सत्ताधारी पार्टी ने व्हिप के बावजूद बागी विधायकों के सदन में मौजूद नहीं रहने पर स्पीकर से उन्हें अयोग्य ठहराने की अपील की है. गठबंधन की इस मांग पर स्पीकर आज फैसला कर सकते हैं. स्पीकर ने 15 बागी विधायकों को सुबह 11 बजे मिलने का वक्त दिया है. जहां बागी विधायक स्पीकर रमेश कुमार को अपना जवाब देंगे.


इस वक्त कर्नाटक विधानसभा में कांग्रेस के 65 और जेडीएस के 34 विधायक हैं. यानी सत्ताधारी गठबंधन के पास महज 99 विधायक हैं जबकि बीजेपी के पास 105 विधायक हैं. कुल 16 विधायकों के इस्तीफे और दो निर्दलीय विधायकों के समर्थन वापस लेने के बाद कुमारस्वामी सरकार का बचना नामुमकिन है. राज्यपाल वजुभाई वाला ने पहले शुक्रवार दोपहर डेढ़ बजे तक और बाद में दिन की समाप्ति तक विश्वास प्रस्ताव पर प्रक्रिया पूरी करने को कहा था.


शुक्रवार को प्रक्रिया पूरी नहीं होने के बाद अध्यक्ष ने सरकार से यह वादा लिया था कि वह इसे सोमवार को अवश्य पूरा करेंगे. इसके बाद सदन की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई. स्पीकर के वादे के बावजूद सोमवार को भी विश्वासमत पर वोटिंग नहीं हो सकी. वहीं कुमारस्वामी सरकार से समर्थन वापस लेने वाले 2 विधायकों, KPJP के आर शंकर और निर्दलीय एच नागेश ने याचिका दायर कर कहा है कि बहुमत खो चुकी सरकार सदन में वोटिंग टालने में लगी है. कोर्ट तुरंत बहुमत परीक्षण का आदेश दे. बागी विधायकों की इस याचिका पर सुप्रीम कोर्ट आज सुनवाई कर सकता है.