मुंबई: गुरुवार को उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. अब महाराष्ट्र में शनिवार को बहुमत परीक्षण होगा. इसके अलावा रविवार को स्पीकर का चुनाव होगा वहीं सोमवार को राज्यपाल का अभिभाषण होगा. शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के गठबंधन महा विकास आघाड़ी का ये दावा है कि उनके पास 162 विधायकों का समर्थन है. राज्य में सरकार बनाने के लिए बहुमत का आंकड़ा 145 है. विधानसभा में कुल सीटों की संख्या 288 है.


गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव में शिवसेना को 56, कांग्रेस को 44 और एनसीपी को 54 सीटें मिली हैं. अगर तीनों दलों के आंकड़े को ही जोड़ दें तो ये 154 होता है. यानी सिर्फ तीन दल ही मिलकर आसानी से बहुमत साबित कर सकते हैं. इसके अलावा कुछ अन्य छोटे दलों के विधायकों का भी महा विकास आघाड़ी को समर्थन है.


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राज्य में बीजेपी 105 सीटों के साथ सबसे बनी पार्टी बनकर उभरी. उसने शिवसेना के साथ मिलकर चुनाव लड़ा लेकिन दोनों दलों के बीच सरकार बनाने को लेकर सहमति नहीं पाई. इस बीच जब राज्यपाल ने सरकार बनाने के लिए बीजेपी को न्योता दिया तो उसने कहा कि उनके पास नंबर नहीं हैं. हालांकि एक नाटकीय घटनाक्रम के तहत 23 नवंबर को अजित पवार ने देवेंद्र फडणवीस को समर्थन दे दिया. इसके बाद उसी दिन सुबह आठ बजे देवेंद्र फडणवीस ने सीएम और अजित पवार ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली.


वहीं 26 नवंबर को दोपहर तीन बजे के करीब अजित पवार ने डिप्टी सीएम पद से इस्तीफा दे दिया. इसके कुछ देर बाद ही देवेंद्र फडणवीस ने भी अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया. इसतरह से करीब 80 घंटों के भीतर ही फडणवीस की सरकार गिर गई.


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