नई दिल्ली: प्याज की आसमान छूती कीमत से देशभर में लोग हलकान हैं. खुले बाजार में प्याज के दाम 80 रुपए प्रति किलो पार कर चुके हैं. लेकिन ऐसे में क्या देश की सरकार लाचार है? ये सवाल खड़ा हुआ है खाद्य और उपभोक्ता मामलों के केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के एक बयान से.


आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब रामविलास पासवान से पूछा गया कि प्याज की कीमत आखिर कब तक कम होगी तो उन्होंने सीधा जवाब दिया कि उनके हाथ में सब कुछ नहीं है, पासवान ने दावा तो किया कि सरकार ने कीमत नीचे लाने के लिए कई कदम उठाए हैं लेकिन इसका जवाब नहीं दे पाए कि आख़िर कीमत कब कम होगी.


बफर स्टॉक में सड़ गए प्याज
रामविलास पासवान ने एक बड़ा खुलासा भी किया की बफर स्टॉक में पड़ा करीब आधा प्याज सड़ गया है जिससे प्याज़ की आपूर्ति बाधित हुई है. पासवान के मुताबिक, सरकार के बफर स्टॉक में पड़े 57000 टन प्याज में से करीब आधा सड़ गया. इसके पीछे पासवान ने तर्क दिया कि राज्य सरकारों की तरफ से मांग नहीं आने के चलते बफर में रखा प्याज सड़ गया, सरकार ने इस साल अप्रैल में करीब 1.5 लाख टन प्याज का बफर स्टॉक तैयार किया था जिसे कीमत बढ़ने पर इस्तेमाल करना था.


12 दिसंबर तक भारत पहुंचेगा मिस्र का प्याज
उपभोक्ता मंत्रालय के मुताबिक, सरकार ने मिस्र से 6090 टन प्याज आयात करने का फैसला किया है लेकिन प्याज को भारत पहुंचने में अभी 15 दिन का वक्त और लग सकता है. मंत्रालय के मुताबिक प्याज की खेप 12 दिसम्बर से भारत पहुंचने लगेगी. मतलब साफ है कि प्याज के दाम नीचे आने में अभी कम से कम 15 दिन और लग सकता है.


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