संसद भवन की कैंटीनों में बढ़े दाम, चिकेन बिरयानी 100 रुपये तो वेज थाली 30 की बजाए 100 रुपये में
संसद भवन की कैंटीनों में अब खाने की कीमत बढ़ा दी गई है. इन कैंटीनों में मिलने वाले खाने पीने की चीजों के दाम में औसतन तीन गुने की बढ़ोत्तरी की गई है.
नई दिल्ली: संसद भवन की कैंटीनों में अब सस्ते और लजीज व्यंजनों के दिन लद गए. इन कैंटीनों में मिलने वाले खाने पीने की चीजों के दाम में औसतन तीन गुने की बढ़ोत्तरी कर दी गई है.
100 रुपए की वेज थाली
लोकसभा सचिवालय ने खाने की चीजों की जो नए दाम जारी किए हैं उसके मुताबिक वेज थाली अब 100 रुपए में मिलेगी. अभी इसकी कीमत महज 30 रुपए थी. 16 रुपए में मिलने वाले मिनी थाली की कीमत बढ़कर 50 रुपए हो गई है. वहीं 1 रुपए में मिलने वाली चपाती 3 रुपए में जबकि 7 रुपए में मिलने वाला चावल (उबला हुआ) 20 रुपए में मिलेगा. दक्षिण भारतीय व्यंजनों में से एक प्लेट इडली (2 पीस) की कीमत 25 रुपए जबकि मसाला डोसा की कीमत 50 रुपए और दही भात की कीमत 40 रुपए तय की गई है.
चिकेन बिरयानी भी 100 रुपए में
नॉन वेज खाने वालों के लिए भी अच्छी खबर नहीं है. चिकेन बिरयानी की नई दर 100 रुपए प्रति प्लेट (दो पीस) तय की गई है. अभी इसकी कीमत 65 रुपए प्रति प्लेट थी. वहीं मटन बिरयानी की कीमत 150 रुपए प्रति प्लेट तय की गई है. दूसरी तरफ, चिकेन करी (दो पीस) 75 रुपए में जबकि मटन करी (दो पीस) अब 125 रुपए में मिलेगी.
सब्सिडी खत्म की गई
दामों में बढ़ोत्तरी की वजह ये है कि इन कैंटीनों में मिलने वाले खानों पर दी जाने वाली सब्सिडी पूरी तरह खत्म कर दी गई है. कुछ ही दिनों पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने खुद इस बात का ऐलान किया था. हालांकि सब्सिडी खत्म करने का फैसला पिछले साल ही ले लिया गया था, लेकिन अब तक अमल में नहीं लाया जा सका था. एक अनुमान के मुताबिक सब्सिडी खत्म होने से सालाना करीब 10 करोड़ रुपए की बचत हो सकेगी.
आईटीडीसी को मिला ठेका
इन कैंटीनों में खाना देने का ठेका भी अब उत्तर रेलवे की जगह आईटीडीसी यानि इंडियन टूरिज़्म डेवेलपमेंट कॉर्पोरेशन को दिया गया है. आईटीडीसी पर्यटन मंत्रालय के तहत काम करने वाली संस्था है. काफी पहले से संसद भवन में मिलने वाले सस्ते खानों को लेकर सोशल मीडिया में सरकार और संसद की आलोचना होती रही है. हालांकि अभी तक खानों की गुणवत्ता को लेकर भी गाहे बेगाहे सवाल उठते रहे हैं.
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