श्रीनगर: फुटबॉलर से आतंकी बने माजिद इरशाद ने श्रीनगर में सुरक्षाबलों के सामने सरेंडर कर दिया. फुटबॉलर के तौर पर पहचान बना चुका माजिद अपने दोस्त की मौत के कारण लश्कर ज्वाइन कर लिया था. माजिद की मां रो रो कर उसके वापस आने की दुआ कर रही थी.
सुरक्षाबलों ने नौजवानों को वापस लाने का अभियान चलाया है
आपको बता दें घाटी में पिछले कुछ समय से सुरक्षाबलों ने एक अभियान चलाया हुआ है. इस अभियान के तहत हाल ही में आतंकवादी गुटों में शामिल हुए नौजवानों को वापस लाने का कामन किया जा रहा है. सुरक्षाबलों ने कल माजिद को सरेंडर की पेशकश की थी. जिसे उसने मान लिया. हालांकि अभी ये साफ नहीं हुआ है कि माजिद का सरेंडर किन शर्तों के तहत हुआ है.
मां और पिता सदमे थे, मां का रो रो कर बुरा हाल था
माजिद की मां उसके आतंकी बनने से बेहद दुखी थी और उसके जल्द से जल्द वापस लौटने के लिए रो रो कर प्रार्थना कर रही थी. माजिद के आतंकी बनने के बाद उसके पिता को तो इस बात का अहसास भी नहीं था. मां और पिता मानों एकाएक सदमे में चले गए हों.
दोस्त की वजह से बना आतंकी
माजिद का दोस्त यावर निसार जुलाई में एक आतंकवादी गुट से जुड़ गया था. एक महीने बाद ही पुलिस और अर्धसैनिक बलों ने उसे एनकाउंटर में मार गिराया. माजिद अपने दोस्त के मौत से इतना दुखी हुआ कि उसने भी आतंकवादी गुट जॉइन कर लिया. आतंकवादी बनने के लिए गायब होने से पहले माजिद ने खुद को समाज से दूर कर लिया था. वो किसी से भी बात करना पसंद नहीं करता था.