मुंबई में हजारों की तादाद में लोगों को फर्जी वैक्सीन लगी. लोगों की जान के साथ खिलवाड़ हुआ. अब बीएमसी ने फैसला लिया है कि जिन लोगों को फर्जी वैक्सीन लगी थी उनको सही तरीके से वैक्सीन लगाई जाएगी. फर्जी वैक्सीनेशन से प्रभावित लोग अब भी सही वैक्सीन का इंतजार कर रहे हैं. उनके मन में यह भी डर है कि पहले जो शरीर में डाला गया था उसका कोई चेकअप नहीं हुआ. वैक्सीन के बाद उनके शरीर पर क्या प्रभाव पड़ेगा. फर्जी वैक्सीन के बाद अब सही वैक्सीन का दरवाजा तो खुल गया है पर फर्जी वैक्सीन से प्रभावित लोग तीसरी लहर के आने से पहले काफी डरे हुए हैं.
बीएमसी ने न्यायलय के निर्देश के बाद तय किया है कि जिन लोगों को फर्जी वैक्सीन लगी थी उनको सही वैक्सीन लगाई जाएगी. सही वैक्सीन लगाने से पहले बहुत सारी बाधाएं हैं. बीएमसी के इस फैसले को लेकर एबीपी न्यूज़ ने फर्जी वैक्सीन से प्रभावित लोगों और उनके परिजनों से बात की. उन्होंने बताया कि फर्जी वैक्सीन लगे 45 दिन से ज्यादा दिन गुजर चुके हैं लेकिन कोई मेडिकल चेकअप नहीं हुआ. उनका कोई संज्ञान नहीं लिया गया. वैक्सीन के प्लेटफॉर्म पर फर्जी डाटा फीड किया गया. जिसके चलते दूसरी दिक्कतें भी हैं.
बीमारी का डर
लोगों का कहना है कि तीसरी लहर दस्तक दे रही है. अब फर्जी वैक्सीन के बाद नई वैक्सीन जब लगेगी भी तो उसके बाद फिर कई महीनों के लंबे इंतजार के बाद दूसरी वैक्सीन लगेगी. जिसके कारण बीमारी का डर बना हुआ है. बीएमसी ने फैसला तो ले लिया है पर फर्जी वैक्सीन से प्रभावित लोग डरे हुए हैं. यह भी जानना चाहते हैं कि उनके शरीर में जो दवा डाली गई है उस दवा का वैक्सीन के चलते कोई नकारात्मक असर तो उनके शरीर पर नहीं पड़ेगा.
मुंबई की मेयर ने एबीपी न्यूज़ को बताया कि पहले जो दवा लगी थी उसको लगे बहुत दिन हो गए. अच्छी बात है कि लोगों पर कोई असर नहीं पड़ा. इसके बाद अगर किसी को डर लगता है तो वह अपने डॉक्टर से जांच करा ले. वैक्सीन के प्लेटफॉर्म पर मेयर का कहना है कि राज्य सरकार और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे बार-बार मांग कर रहे हैं कि रजिस्ट्रेशन का प्लेटफॉर्म उन्हें अपना बनाने दिया जाए. मेयर किशोरी पेडनेकर लोगों से अपील कर रही है कि डरे नहीं, बीएमसी उनका वैक्सीनेशन कराएगी. डरने वाली कोई बात नहीं है.
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