Indian Airlines: संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), सिंगापुर और इंडोनेशिया समेत कई देश भारत पर हवाई सेवा व्यवस्था में संशोधन करने का निवेदन कर रहे हैं लेकिन इन देशों को फिलहाल इसका इंतजार करना होगा. दरअसल, जब तक डोमेस्टिक कैरियर्स इंटरनेशनल स्पेस के निश्चित पैमाने पर नहीं पहुंच जाते तब तक सरकार की ओर से नए उड़ान अधिकार देने की संभवना कम दिखाई दे रही है.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत सरकार को संयुक्त अरब अमीरात, कतर, सिंगापुर, इंडोनेशिया, मलेशिया और तुर्किये जैसे देशों से अधिक विदेशी उड़ान अधिकारों की मांग करने वाले कई निवेदन मिले हैं. अधिकारियों ने बताया कि भारत से और अधिक उड़ान अधिकार चाहने वाले विदेशी वाहकों को इंतजार करना होगा क्योंकि भारत सरकार की ओर से नए अधिकार देने की संभावना नहीं है, खासतौर पर एविएशन हब वाले देशों के लिए.
क्या कहा अधिकारियों ने?
एक सरकारी अधिकारी ने कहा, “भारतीय वाहकों की अंतरराष्ट्रीय क्षेत्र में विस्तार करने की योजना है और उन्होंने व्यापक बॉडी विमान सहित विमानों का ऑर्डर दिया है. हम चाहते हैं कि हमारे वाहक अंतर्राष्ट्रीय क्षेत्र में आगे बढ़ें. हब वाले देशों के साथ किसी भी नए द्विपक्षीय वार्ता का सवाल ही नहीं उठता.''
जिन विमान ऑर्डरों का उल्लेख किया गया है उनमें से एक एयर इंडिया की ओर से 470 विमानों के लिए और दूसरा इंडिगो की ओर से 500 विमानों के लिए है. एयर इंडिया छोटी दूरी और लंबी दूरी दोनों अंतरराष्ट्रीय मार्गों में विस्तार करने की योजना बना रही है और इंडिगो छोटी दूरी के अंतरराष्ट्रीय मार्गों में विस्तार करने की योजना बना रही है.
कोरोना काल खत्म होने के बाद यात्रियों की संख्या में इजाफा
कोविड-19 महामारी से पहले की अवधि और यात्रा प्रतिबंधों में ढील मिलने के बाद इन देशों ने एयरलाइन्स में सीटों की संख्या बढ़ाने और इंडियन कैरियर्स को अपने एरिया में ज्यादा डेस्टिनेशन से ज्यादा उड़ान भरने का दबाव भी डाला है. बता दें कि कोरोना काल खत्म होने के बाद यात्रियों की संख्या में भारी इजाफा हुआ है.
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