(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
ताजिकिस्तान में कल 'हार्ट ऑफ एशिया' सम्मेलन में भाग लेंगे भारत और पाक के विदेश मंत्री
दोनों विदेश मंत्रियों के बीच किसी सीधी द्विपक्षीय बैठक से फिलहाल इनकार किया जा रहा है. हालांकि इससे पहले ऐसा क़ई बार हुआ है कि हार्ट ऑफ एशिया बैठक के बहाने भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों के बीच अनुपचारिक तौर पर भी मुलाकातें हुई है.
नई दिल्ली: ताजिकिस्तान में हो रही 9वीं मंत्री स्तर हार्ट ऑफ एशिया कॉन्फ्रेंस में शरीक होने के लिए विदेश मन्त्री डॉ एस जयशंकर दुशान्बे पहुँच चुके हैं. बैठक कल सुबह करीब 10 बजे शुरू होगी. इससे पहले आज रात मेज़ाबन ताजिकिस्तान के राष्ट्रपति इमामोली रहमान सभी मेहमान विदेश विदेश मंत्रियों को रात्रिभोज दे रहे हैं जिसमें डॉ जयशंकर के अलावा पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी समेत कई नेता शरीक होंगे. ऐसे में ज़ाहिर तौर पर नज़रें इस बात पर होंगी कि भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों के बीच आमना-सामना किस माहौल और कैसी बॉडी लैंग्वेज के साथ होता है.
दोनों विदेश मंत्रियों के बीच किसी सीधी द्विपक्षीय बैठक से फिलहाल इनकार किया जा रहा है. हालांकि इससे पहले ऐसा क़ई बार हुआ है कि हार्ट ऑफ एशिया बैठक के बहाने भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों के बीच अनुपचारिक तौर पर भी मुलाकातें हुई है.
इस बीच दुशांबे पहुंचने के बाद विदेश मंत्री जयशंकर ने तुर्की के विदेश मंत्री मेवलुत चवुशोलोव और ईरानी विदेश मंत्री जवाद ज़रीफ़ से मुलाकात की. चवुशोलोव के साथ जयशंकर की बातचीत का मुख्य मुद्दा जहां अफगानिस्तान की मदद के लिए चलाई जा रही हार्ट ऑफ एशिया प्रक्रिया थी. वहीं ईरान के विदेशमंत्री ज़रीफ़ से हुई बातचीत में चाबहार समेत द्विपक्षीय सहयोग की परियोजनाओं और साझेदारी बढाने के अनेक मुद्दे शामिल थे.