S Jaishankar on Populaton: विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने रविवार को गुजरात (Gujarat) में एक कार्यक्रम के दौरान अपनी पुस्तक, 'द इंडिया वे: स्ट्रैटेजीज फॉर एन अनसर्टेन वर्ल्ड' का गुजराती अनुवाद लॉन्च किया. इस दौरान विदेश मंत्री ने भारत की जनसंख्या (India Population) पर भी चर्चा की और कहा, "भारतीय जनसंख्या की वृद्धि दर गिर रही है. इसका कारण शिक्षा, सामाजिक जागरूकता और समृद्धि है. समय बीतने के साथ हम में से प्रत्येक के बीच परिवार का आकार छोटा होता जा रहा है.”


जयशंकर ने कहा, "जबरन जनसंख्या नियंत्रण के बहुत खतरनाक परिणाम हो सकते हैं, यह लैंगिक असंतुलन पैदा कर सकता है. आजादी के बाद से, भारत ने अपनी जनसांख्यिकीय संरचना में भारी बदलाव देखा है. देश जनसंख्या विस्फोट (जनगणना 1951) के दौर से भी गुजरा है और कुल प्रजनन दर में भी गिरावट देखी गई है." बता दें कि केंद्र सरकार और उसके कई मंत्री जनसंख्या नियंत्रण से संबंधित बिल पेश करने की बात कह चुके हैं.


2023 तक जनसंख्या के मामले में चीन को पीछे छोड़ देगा भारत
यूएन वर्ल्ड पॉपुलेशन प्रॉस्पेक्ट्स (WPP), 2022 के अनुमान के मुताबिक भारत 2023 तक 140 करोड़ आबादी के साथ चीन को पीछे छोड़ते हुए सबसे ज्याजा पॉपुलेशन वाला देश बन जाएगा. वर्तमान में भारत में विश्व की जनसंख्या का 17.5 प्रतिशत है. भारत की जनसंख्या के 2030 तक 150 करोड़ और 2050 तक 166 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है.


स्वतंत्र विदेश नीति पर क्या बोले जयशंकर
जयशंकर ने भारत की स्वतंत्र विदेश नीति पर भी प्रकाश डाला. उन्होंने कहा, "कुछ राजनीतिक कारणों से, हमें खुद को इज़राइल के साथ संबंध बढ़ाने से प्रतिबंधित करना पड़ा. प्रधान मंत्री मोदी पहले भारतीय प्रधान मंत्री थे जो इज़राइल गए थे. वह समय चला गया जब हम वोट बैंक की राजनीति के लिए राष्ट्रीय हित को अलग रखते थे."


जयशंकर ने विदेश नीति में प्रधान मंत्री मोदी की पहल की सराहना की
विदेश नीति में प्रधानमंत्री मोदी की पहल की सराहना करते हुए विदेश मंत्री ने कहा, "मैं उस व्यक्ति से ईर्ष्या करूंगा जो 2047 में विदेश मंत्री है, लेकिन मैं आपको एक बात बताऊंगा, नरेंद्र मोदी सरकार का विदेश मंत्री होना भी एक बड़ी ताकत है. वहां मूल विश्वास, आत्मविश्वास और दृष्टिकोण हैं, और दुनिया इसे पहचान रही है. प्रधानमंत्री मोदी की सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान विदेश नीति ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया था और उस दौरान शायद ही कोई गलत कदम उठाया गया हो."


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