नई दिल्ली: विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि डोकलाम में गतिरोध वाले स्थान पर यथास्थिति में कोई बदलाव नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के बीच पिछले महीने के अनौपचारिक सम्मेलन से दोनों देशों के बीच आपसी विश्वास बढ़ा है. सुषमा ने कहा, "राष्ट्रपति शी के साथ अनौपचारिक शिखर बैठक से नया संवाद तंत्र स्थापित हुआ है. यह अद्वितीय है कि हमें चीन और रूस द्वारा अनौपचारिक वार्ता के लिए आमंत्रित किया गया."


एनडीए सरकार के चार साल पूरे होने पर संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए सुषमा ने कहा कि इस तरह की आशंका प्रकट की जा रही थी कि दोनों देशों के बीच युद्ध के बिना डोकलाम गतिरोध का समाधान नहीं निकाला जा सकता है. उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों ने बातचीत और राजनयिक रास्तों से इस गतिरोध को सुलझा लिया , जिसके लिए वैश्विक समुदाय ने भारत की सराहना की. इस संबंध में पूछे गए एक सवाल के जवाब में सुषमा ने कहा , ‘‘डोकलाम गतिरोध स्थल पर स्थिति में कोई बदलाव नहीं हुआ है. यथास्थिति बरकरार है.’’

पिछले साल 2017 में भारत-चीन सीमा क्षेत्र में सिक्किम के डोकलाम में दोनों देशों की सेनाओं के बीच 73 दिनों तक गतिरोध बना रहा था. अगस्त में बातचीत के बाद गतिरोध दूर हुआ था.