महाकुंभ का आयोजन भारत ही नहीं विदेशों में भी उत्साह का कारण बन चुका है. इस बार तुर्की की निवासी पिनार ने महाकुंभ में हिस्सा लिया और भारतीय संस्कृति तथा परंपराओं से खुद को परिचित किया. पिनार ने संगम में स्नान किया, तिलक लगाया और सनातन धर्म की राह पर चलने का अनुभव लिया. पिनार ने बताया कि उन्होंने महाकुंभ के बारे में अपने दोस्तों से सुना था और भारत आकर इसे देखने की इच्छा काफी समय से थी. भारतीय संस्कृति के प्रति उनका आकर्षण महाकुंभ के वातावरण में पूरी तरह से महसूस हुआ. उन्होंने इसे दिव्य और भव्य बताया और गंगा स्नान तथा संगम की रेत पर चलने को अविस्मरणीय अनुभव बताया.


पिनार के लिए महाकुंभ एक आध्यात्मिक यात्रा साबित हुई. उन्होंने यहां स्नान, ध्यान और तिलक लगाकर सनातन धर्म के प्रति अपने सम्मान और आस्था को व्यक्त किया. पिनार ने कहा कि महाकुंभ का माहौल उन्हें भारतीय परंपराओं की गहराई को समझने का अवसर देता है. उनका अनुभव ये दर्शाता है कि महाकुंभ सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं बल्कि एक सांस्कृतिक अनुभव भी है जो दुनियाभर के लोगों को भारत की विविधता और धर्मनिष्ठता से जोड़ता है.


महाकुंभ के लिए सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह से अलर्ट


महाकुंभ 2025 को सुरक्षित और सुव्यवस्थित बनाने के लिए सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह अलर्ट हैं. उत्तर प्रदेश पुलिस, कुंभ मेला पुलिस, एनएसजी, एटीएस, एनडीआरएफ और बाकी पैरामिलिट्री फोर्सेज लगातार मॉक ड्रिल का अभ्यास कर रहे हैं.  शनिवार (11 जनवरी) को प्रयागराज के बोट क्लब पर एक संयुक्त मॉक ड्रिल आयोजित की गई जिसमें एनएसजी, यूपी एटीएस, एनडीआरएफ और जल पुलिस ने हिस्सा लिया. इस मॉक ड्रिल के माध्यम से सुरक्षा बलों ने महाकुंभ के दौरान आने वाली किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए अपनी तैयारियों को परखा.


महाकुंभ के इस महापर्व को लेकर भारतीय प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता साफ तौर पर दर्शाती है कि इस विशाल आयोजन के दौरान सुरक्षा एक प्रमुख प्राथमिकता होगी. वहीं पिनार जैसे विदेशी श्रद्धालुओं के अनुभव इस आयोजन को वैश्विक मंच पर और भी अहम बना रहे हैं.


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