Paresh Rawal: गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान अपने भाषण में गैस सिलेंडर, बंगालियों और मछली से संबंधित बयान के लिए अभिनेता परेश रावल ने शुक्रवार (2 दिसंबर) को माफी मांगते हुए कहा कि वह अवैध बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं का संदर्भ दे रहे थे. सोशल मीडिया पर बंगाली समुदाय और कुछ अन्य लोगों के तरफ से इसे लेकर तीखी आलोचना किए जाने के बाद अभिनेता की तरफ से यह माफी मांगी गई है.


पूर्व बीजेपी सांसद व अभिनेता ने ट्विटर पर लिखा, स्वाभाविक रूप से मछली मुद्दा नहीं है क्योंकि गुजराती मछली पकाते भी हैं और खाते भी हैं. लेकिन मैं स्पष्ट कर दूं कि बंगाली से मेरा आशय अवैध बांग्लादेशी और रोहिंग्या से था. लेकिन इसके बावजूद अगर मैंने आपकी भावनाओं व संवेदनाओं को आहत किया हो तो मैं माफी मांगता हूं.






तृणमूल कांग्रेस माफी से प्रभावित नहीं


पूर्व बीजेपी सांसद व अभिनेता परेश रावल के माफी के बाद भी तृणमूल कांग्रेस (TMC) की सांसद महुआ मोइत्रा इस से बहुत प्रभावित होती नहीं दिखीं. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, असल में केमछो हंसी मजाक करने वाले व्यक्ति को माफी मांगने की आवश्यकता नहीं है. बंगालियों की तरह मछली पकाने का दूसरा हिस्सा है, बंगालियों की तरह दिमाग रखना. किसी भी दूसरे भारतीय राज्य के मुकाबले कहीं अधिक नोबेल पुरस्कार विजेता इस समुदाय में हैं मित्र.


क्या था मामला


परेश रावल ने बीते मंगलवार (29 नवंबर) को वलसाड जिले में बीजेपी की एक रैली में गैस सिलेंडर के दामों का भावनात्मक चुनावी मुद्दा उठाया था. परेश रावल ने कहा था, "गैस सिलेंडर महंगे हैं, लेकिन इनकी कीमत में कमी आएगी. लोगों को रोजगार भी मिलेगा. लेकिन क्या होगा अगर रोहिंग्या प्रवासी और बांग्लादेशी दिल्ली की तरह आपके आसपास रहने लगें? गैस सिलिंडर का क्या करोगे? बंगालियों के लिए मछली पकाओगे?"


गुजरात में 182 सीटों के लिए दो चरणों में हो रहे विधानसभा चुनावों के पहले चरण में गुरुवार (1 दिसंबर) को 89 सीटों के लिए वोट डाले गए जबकि बाकी सीटों के लिए दूसरे चरण में पांच दिसंबर को वोट डाले जाएंगे. मतगणना आठ दिसंबर को होगी.


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