'बस रिटायरमेंट के बाद की लाइफ एन्जॉय कर रहा हूं, कोई और काम...', NHRC अध्यक्ष पद पर अपॉइनमेंट की चर्चाओं के बीच बोले पूर्व CJI चंद्रचूड़
एनएचआरसी अध्यक्ष का पद सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) अरुण कुमार मिश्रा के एक जून को अपना कार्यकाल पूरा करने के बाद से खाली पड़ा है.
भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश डी. वाई चंद्रचूड़. ने शुक्रवार (20 दिसंबर, 2024) को कहा कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) के अध्यक्ष पद के लिए उनके नाम पर विचार किए जाने की मीडिया में आई खबरें गलत हैं.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार देश के 50वें मुख्य न्यायाधीश रहे डी. वाई. चंद्रचूड़ ने पीटीआई-भाषा से कहा, 'यह सच नहीं है. फिलहाल मैं सेवानिवृत्त होने के बाद की जिंदगी का आनंद ले रहा हूं.' पूर्व सीजेआई चंद्रचूड़ 10 नवंबर को अपने पद से रिटायर हुए थे.
एनएचआरसी अध्यक्ष का पद सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) अरुण कुमार मिश्रा के एक जून को अपना कार्यकाल पूरा करने के बाद से रिक्त पड़ा है. सूत्रों ने बताया कि 18 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय समिति ने एनएचआरसी के अगले अध्यक्ष का चयन करने के लिए बैठक की थी. इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी शामिल हुए थे.
जस्टिस (सेवानिवृत्त) अरुण कुमार मिश्रा ने जून, 2021 में नियुक्त होने के बाद एनएचआरसी के आठवें अध्यक्ष के रूप में कार्य किया था. एनएचआरसी को नियंत्रित करने वाले कानून के अनुसार, एनएचआरसी के अध्यक्ष का चयन करने वाली समिति का नेतृत्व प्रधानमंत्री करते हैं. इस समिति में लोकसभा अध्यक्ष, केंद्रीय गृह मंत्री, लोकसभा और राज्यसभा में विपक्ष के नेता तथा राज्यसभा के उपसभापति भी सदस्य होते हैं.
जस्टिस अरुण कुमार मिश्रा के रिटायर होने के बाद एनएचआरसी की सदस्य विजया भारती सयानी इसकी कार्यवाहक अध्यक्ष बनीं. चयन समिति की सिफारिश के आधार पर राष्ट्रपति द्वारा भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश या सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश को एनएचआरसी का अध्यक्ष नियुक्त किया जाता है. पूर्व मुख्य न्यायाधीश एच एल दत्तू और के जी बालाकृष्णन अतीत में मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष रह चुके हैं.
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