नई दिल्ली: अयोध्या मामले की सुनवाई करने वाली 5 जजों की बेंच के अध्यक्ष पूर्व चीफ जस्टिस (CJI) रंजन गोगोई ने पहली बार इस सुनवाई पर कुछ कहा है. उन्होंने 40 दिन तक चली सुनवाई और मामले में अंतिम निष्कर्ष तक पहुंचने की प्रक्रिया को बेहद चुनौतीपूर्ण बताया है.


जस्टिस गोगोई ने पत्रकार माला दीक्षित की किताब 'अयोध्या से अदालत तक भगवान श्रीराम' के विमोचन कार्यक्रम में भेजे लिखित संदेश में यह बात कही है. कार्यक्रम में पढ़े गए उनके संदेश में कहा गया है, 'अंतिम फैसले तक पहुंचना काफी चुनौतीपूर्ण था. 40 दिन की सुनवाई में वकीलों ने बेंच को अपूर्व सहयोग दिया.'


लंबे अरसे से विस्तृत सुनवाई के इंतजार में रुके राम जन्म भूमि मामले ने बतौर चीफ जस्टिस रंजन गोगोई के कार्यकाल में तेजी पकड़ी थी. उन्होंने सुनवाई के लिए 5 जजों की बेंच का गठन किया और लगातार सुनवाई करने का फैसला किया. इसके बाद 40 दिनों तक लगातार सुनवाई चली. आखिरकार, पिछले साल 9 नवंबर को फैसला आया. पांचों जजों के साझा फैसले को जस्टिस गोगोई ने पढ़ा था. इस फैसले ने 70 साल से चले आ रहे कानूनी विवाद पर पूर्ण विराम लगा दिया.