रायपुर के पूर्व कलेक्टर ने अमित शाह की मौजूदगी में थामा बीजेपी का हाथ | Former Collector of Raipur OP Choudhary Joins BJP
ओपी चौधरी के इस्तीफे के बाद से ये ही अटकलें लग रही थीं कि वे बीजेपी ज्वाइन कर सकते हैं. इन अटकलों पर आज विराम लग गया. ओपी चौधरी ने इस बात को अपने ट्विटर अकाउंट से पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की एक कविता के साथ शेयर किया.
नई दिल्ली: रायपुर के पूर्व कलेक्टर ओम प्रकाश चौधरी ने आज बीजेपी का हाथ थाम लिया. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह भी मौजूदगी में उन्होंने बीजेपी ज्वाइन की. सोशल मीडिया पर पूर्व अधिकारी ने एक तस्वीर भी शेयर की. ओपी चौधरी 2005 बैच के IAS ऑफिसर हैं. ओपी चौधरी ने 25 अगस्त को ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया था.
ओपी चौधरी के इस्तीफे के बाद से ये ही अटकलें लग रही थीं कि वे बीजेपी ज्वाइन कर सकते हैं. इन अटकलों पर आज विराम लग गया. ओपी चौधरी ने इस बात को अपने ट्विटर अकाउंट से पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की एक कविता के साथ शेयर किया. नौकरी से इस्तीफा देने के बाद ओपी चौधरी ने ट्विटर पर लिखा था कि वे अपनी माटी और अपने लोगों की बेहतरी के लिये अपना समय देना चाहते हैं.
कर्तव्य पथ पर जो भी मिला, यह भी सही, वह भी सही.. वरदान नहीं माँगूँगा, हो कुछ, पर हार नहीं मानूँगा.. अटल जी के इन शब्दों को दिल में रखते हुए, मैंने माननीय श्री @AmitShah जी और माननीय @DrRamanSingh जी की उपास्तिथि में भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। pic.twitter.com/u3y3BWfRow
— O P Choudhary (@OPChoudhary_CG) August 28, 2018
रायपुर के कलेक्टर ओपी चौधरी ने दिया इस्तीफा, बीजेपी के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ने की चर्चा तेज
रायपुर में ओपी चौधरी हैं काफी लोकप्रिय
ओपी चौधरी अपने कामों की वजह से छत्तीसगढ़ में लोकप्रिय हैं. दंतेवाड़ा का एजुकेशन सिटी हो या रायपुर में गरीब बच्चों को स्कूलों में शिक्षा के अधिकार के तहत दाखिला दिलवाने की बात हो, उन्होंने इसका प्रतिनिधित्व किया. इसलिए ओपी चौधरी छत्तीसगढ़ में यूथ आइकॉन के नाम से जाने जाते हैं. उनका सहज और सरल व्यवहार भी लोगों से उन्हें जोड़ता है.
बीजेपी से चुनाव लड़ने की खबरें तेज़
इस बीच बीजेपी की ओर से जारी बयान ने कलेक्टर के चुनाव लड़ने की खबरों को तेज़ कर दिया है. ओपी चौधरी के बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ने की बात से पार्टी इनकार भी नहीं कर रही है. इससे पहले कांग्रेस ने आरोप लगाते हुए कलेक्टर को बीजेपी का एजेंट करार दिया था. साथ ही कांग्रेस आरोप लगा रही है कि हम हमेशा से कहते आए हैं कि छत्तीसगढ़ के अधिकारी बीजेपी के एजेंट की तरह काम कर रहे हैं.