Jammu Kashmir: 14 दिनों में अपनी पार्टी लॉन्च करेंगे गुलाम नबी आजाद, कश्मीर यूनिट से होगी शुरूआत
Jammu Kashmir Politics: जीएम सरूरी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर की 5 अगस्त, 2019 से पहले की स्थिति की बहाली पार्टी के घोषणापत्र का हिस्सा होगी.
Ghulam Nabi Azad New Party: कांग्रेस के पूर्व नेता गुलाम नबी आजाद अपनी पार्टी शुरू करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. इसकी पहली इकाई 14 दिनों में जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) में शुरू की जाएगी. उनके करीबी जीएम सरूरी ने ये बात कही है. सरूरी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर की 5 अगस्त, 2019 से पहले की स्थिति की बहाली पार्टी के घोषणापत्र का हिस्सा होगी. गुलाम नबी आजाद ने शुक्रवार को पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को पत्र लिखकर कांग्रेस से इस्तीफा दिया था. उन्होंने इस्तीफा देते हुए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की आलोचना भी की थी.
पूर्व मंत्री जीएम सरूरी भी जम्मू और कश्मीर कांग्रेस के उन प्रमुख नेताओं में से हैं जिन्होंने बीते दिन गुलाम नबी आजाद के समर्थन में कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने कहा कि उनके नेता वैचारिक रूप से धर्मनिरपेक्ष रहे हैं और बीजेपी के इशारे पर काम करने का कोई सवाल ही नहीं है. उन्होंने ये भी दावा किया कि पूर्व मुख्यमंत्री आजाद के कांग्रेस छोड़ने के बाद सैकड़ों वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं, पंचायती राज संस्था के सदस्यों और प्रमुख कार्यकर्ताओं ने इस्तीफा दे दिया है.
4 सितंबर को जम्मू आएंगे गुलाम नबी आजाद
कांग्रेस की जम्मू-कश्मीर इकाई के पूर्व उपाध्यक्ष सरूरी ने पीटीआई को बताया, "आजाद हमारी नई पार्टी की शुरुआत से पहले अपने शुभचिंतकों के साथ विचार-विमर्श करने के लिए 4 सितंबर को जम्मू आ रहे हैं." शुक्रवार को अपने इस्तीफे के कुछ घंटों बाद, गुलाम नबी आजाद ने कहा था कि वह जल्द ही एक नई पार्टी शुरू करेंगे और इसकी पहली इकाई जम्मू-कश्मीर में स्थापित की जाएगी.
नई पार्टी का किया था एलान
आजाद ने कहा था कि, "मुझे अभी राष्ट्रीय पार्टी शुरू करने की कोई जल्दी नहीं है, लेकिन जम्मू-कश्मीर में चुनाव होने की संभावना को ध्यान में रखते हुए, मैंने जल्द ही वहां एक इकाई शुरू करने का फैसला किया है." जीएम सरूरी ने कई पूर्व विधायकों के साथ शुक्रवार को नई दिल्ली में गुलाम नबी आजाद से मुलाकात की और अपना समर्थन दिया है.
'जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस लगभग समाप्त हो गई'
जीएम सरूरी ने कहा कि, "हमें खुशी है कि वह जम्मू और कश्मीर लौट रहे हैं, जहां उन्होंने मुख्यमंत्री के रूप में (2 नवंबर, 2005 से 11 जुलाई, 2008 तक) कार्य किया. लोग उनके शासन को एक स्वर्ण युग के रूप में देखते हैं और चाहते हैं कि वह जम्मू-कश्मीर को वर्तमान स्थिति निकालकर वापस ले जाएं." सरूरी ने कहा कि गुलाम नबी आजाद के जाने के साथ ही जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस लगभग समाप्त हो गई है.
सरूरी ने कहा कि नई पार्टी समाज के सभी वर्गों के बीच विकास, एकता पर ध्यान केंद्रित करेगी और 5 अगस्त, 2019 से पहले की स्थिति की बहाली के लिए संघर्ष करेगी. बता दें कि, 5 अगस्त 2019 को केंद्र ने संविधान के अनुच्छेद-370 (Article 370) के तहत जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के विशेष दर्जे को रद्द कर दिया था और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया था.
ये भी पढ़ें-
जम्मू कश्मीर में बीजेपी की सरकार बनवाने के लिए 'किंगमेकर' बन जाएंगे क्या अब गुलाम नबी आज़ाद?