नई दिल्ली: सीमा पर भारत-चीन के बीच चल रहे गतिरोध के बीच आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पूर्व रक्षा मंत्रियों एके एंटनी और शरद पवार के साथ बैठक की. सूत्रों के मुताबिक, दोनों पूर्व रक्षा मंत्रियों को चीफ ऑफ सूत्रों ने कहा है कि दोनों पूर्व रक्षामंत्रियों के सीमा के हालात को लेकर कुछ शंकाएं और उनके कुछ सवाल थे. इस वजह से सरकार ने दोनों को जानकारी देने का फैसला किया. हालांकि ऐसी परम्परा भी रही है कि विपक्ष को सरकार देश की सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर भरोसे में लेती रही है. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में उनकी शंकाओं को सेना प्रमुख नरवणे और सीडीएस जनरल विपिन रावत ने ने दूर किया.
हाल ही के दिनो में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने चीनी सेना और भारतीय सेना के बीच फिर से हुए संघर्ष को लेकर कई बार ट्वीट कर सरकार पर हमला किया था, जिसका सरकार की ओर खंडन भी किया गया था.
भारत कई बार चीन को साफ बता चुका है कि लद्दाख में मौजूदा स्थिति के लंबे समय तक बने रहने के कारण द्विपक्षीय संबंध प्रभावित हो रहे हैं. सीडीएस जनरल बिपिन रावत, सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने चीन सीमा पर चल रहे हालात के बारे में जानकारी दी, तो साथ ही पाकिस्तान के साथ फिलहाल चल रहे हालातों पर भी अवगत कराया. जम्मू में हुए ड्रोन हमलों और उससे उपजी चिंता से लेकर भारत के अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को इस पर साथ लेने की कोशिशों और संयुक्त राष्ट्र में ड्रोन हमले के मुद्दे को उठाने को भी विस्तार से बताया.
सूत्रों के मुताबिक, दोनों पूर्व रक्षामंत्रियों को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में उनकी शंकाओं को सेना प्रमुख और सीडीएस ने दूर करने की कोशिश की और सवालों के विस्तार से जवाब दिए.