कांग्रेस-AAP गठबंधन पर शीला दीक्षित बोलीं-...तो हमें गठबंधन स्वीकार्य है
लोकसभा चुनाव के बाद 2015 में विधानसभा चुनाव हुए. इस चुनाव में आम आदमी पार्टी ने ऐतिहासिक 67 सीटें हासिल की. कांग्रेस शून्य पर सिमट गई और बीजेपी ने मात्र तीन सीटें हासिल की.
नई दिल्ली: आगामी लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से मुकाबले के लिए विपक्षी दलों की एकजुटता पर खूब चर्चा हो रही है. एक दूसरे की धुर-विरोधी मानी जाने वाली पार्टियां चुनाव में साथ आने से गुरेज नहीं कर रही. समय-समय पर इस बात की भी चर्चा होती रही है कि 2019 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) साथ आ सकती है. जब यही सवाल दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस की वरिष्ठ नेता शीला दीक्षित से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जो भी हाईकमान फैसला लेगा, हमें स्वीकार है. उन्होंने गठबंधन से इनकार नहीं किया.
Former Delhi CM, Sheila Dikshit on possibility of an alliance with AAP: Whatever the High Command decides, we will accept it. pic.twitter.com/PKqLmOuwIr
— ANI (@ANI) December 19, 2018
आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल को कांग्रेस का धुर-विरोधी माना जाता रहा है. 2013 से पहले और बाद में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस के खिलाफ कई आंदोलनों का नेतृत्व किया और यहीं से राजनीतिक करियर की शुरुआत की. 2013 विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी कांग्रेस को हराकर पहली बार दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी. बीजेपी को 31, आप को 28 और कांग्रेस को आठ सीटें मिली. यानि 70 सीटों वाली दिल्ली विधानसभा में किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिली. कांग्रेस ने बाहर से समर्थन दिया और केजरीवाल पहली बार दिल्ली के मुख्यमंत्री बने.
47 दिनों तक सरकार चलाने के बाद केजरीवाल ने इस्तीफा दे दिया. जिसके बाद दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लागू हो गया. फिर लोकसभा चुनाव के बाद 2015 में विधानसभा चुनाव हुए. इस चुनाव में आम आदमी पार्टी ने ऐतिहासिक 67 सीटें हासिल की. कांग्रेस शून्य पर सिमट गई और बीजेपी ने मात्र तीन सीटें हासिल की. लेकिन अब राजनीतिक समीकरण बदल चुके हैं. केंद्र में बीजेपी पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में है, दिल्ली में सभी सात सीटों पर उसका कब्जा है. अब सभी विपक्षी पार्टियों के सामने बीजेपी को हराने की चुनौती है.
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ऐसे में माना जा रहा है कि केजरीवाल दिल्ली में कांग्रेस के साथ गठबंधन कर चुनावी मैदान में जा सकते हैं. इस बात के संकेत समय-समय पर मिलते रहे हैं. पिछले दिनों विधानसभा चुनाव में बीजेपी की हार पर आम आदमी पार्टी ने खुशी जताई. यही नहीं आप नेता और सांसद संजय सिंह कांग्रेसी मुख्यमंत्री के शपथग्रहण में भी शामिल हुए. मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस ने जीत दर्ज की है. इससे पहले चंद्रबाबू नायडू द्वारा बुलाई गई विपक्षी पार्टियों की बैठक में भी आप नेता शामिल हुए थे. इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी मौजूद थे.
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