नई दिल्ली: पूर्व केंद्रीय मंत्री ई अहमद का 79 साल की उम्र में निधन हो गया. बजट से ठीक एक दिन पहले मंगलवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण के दौरान उन्हें दिल का दौरा पड़ा था और इसके बाद उन्हें दिल्ली के आरएमएल अस्पताल में भर्ती किया गया था. कल पीएम मोदी ने भी उनकी सेहत की जानकारी ली थी और सोनिया गांधी भी अस्पताल पहुंची थीं.


अस्पताल पर परिजनों को ई अहमद से नहीं मिलने देने का आरोप

दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में नाटकीय घटनाक्रम देखने को मिला था जब कांग्रेस के कुछ टॉप नेता लोकसभा सांसद और पूर्व विदेश राज्य मंत्री ई अहमद के स्वास्थ्य के बारे में जानने वहां पहुंचे थे. कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि अहमद के परिवार के सदस्यों को उनसे मिलने नहीं दिया जा रहा था. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, उपाध्यक्ष राहुल गांधी, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद सहित पार्टी के कई अन्य नेता अस्पताल पहुंचे थे और अहमद के परिजन से मुलाकात की थी.

कांग्रेस के सुरजेवाला ने कहा कि सरकार ने पूर्व केंद्रीय मंत्री के निकट रिश्तेदारों को उनसे मिलने या उनकी गंभीर स्थिति के बारे में जानने से रोक दिया था. सूत्रों ने कहा कि अहमद के बेटे, बेटियां और दामाद अस्पताल में थे और अस्पताल के अधिकारियों से उनकी गरमागरम बहस भी हुई थी. केरल के कुछ सांसद भी देर रात तक अस्पताल में थे. कांग्रेस नेताओं ने कहा कि पार्टी कल संसद में मुद्दे को उठाएगी जब केंद्रीय बजट पेश किया जाएगा.

इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के नेता ई. अहमद संसद के संयुक्त सत्र में राष्ट्रपति के अभिभाषण के दौरान बेहोश हो गए और उन्हें दिल का दौरा पड़ा. इसके बाद उन्हें आरएमएल अस्पताल ले जाया गया.  आज सुबह 8 बजे से 12 बजे तक उनके पार्थिव शरीर को दिल्ली में उनके आवास पर लोगों के अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा और उसके बाद उनके गृह नगर केरल ले जाया जाएगा. ई अहमद केरल की मलप्पुरम सीट से सांसद थे.

अहमद का राजनीतिक सफर


#पार्टी- इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग.


#वो मनमोहन सिंह सरकार में विदेश राज्य मंत्री भी थे.


#ई अहमद 6 बार सांसद चुने गए और 5 बार विधायक.


#वो पांच साल तक केरल में राज्य के कैबिनट मंत्री भी रहे.


ई अहमद का जन्म 29 अप्रैल 1938 को हुआ था. उनकी उम्र करीब 79 साल थी. वे अपने पीछे पत्नी, दो बेटों और एक बेटी को छोड़ गए हैं.