पूर्व विदेश सचिव एस जयशंकर ने ली मोदी कैबिनेट में मंत्री पद की शपथ
एस जयशंकर यानी सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने देश के 31वें विदेश सचिव के तौर पर अपनी सेवाएं दी हैं. उन्हें पद्मश्री से भी सम्मानित किया जा चुका है.
नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मंत्रियों ने भी पद और गोपनीयता की शपथ ली है. इस बार मोदी कैबिनेट में कुछ नए मंत्रियों को भी जगह दी गई है. इनमें पूर्व विदेश सचिव एस जयशंकर यानी सुब्रह्मण्यम जयशंकर का भी नाम शामिल है. उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह दी गई है.
एस जयशंकर यानी सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने देश के 31वें विदेश सचिव के तौर पर अपनी सेवाएं दी हैं. 1977 से वो भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी रहे हैं. एस जयशंकर 28 जनवरी 2015 से 28 जनवरी 2018 तक देश के विदेश सचिव रहे हैं. उन्हें पद्मश्री से भी सम्मानित किया जा चुका है. इसके अलावा वो अमेरिका में भारतीय राजदूत के तौर पर भी कार्य कर चुके हैं. एस जयशंकर को भारत और अमेरिका के बीच इंडो न्यूक्लियर डील में उनके खास रोल के बारे में भी पहचाना जाता है.
जयशंकर का आरंभिक जीवन एस जयशंकर का जन्म 9 जनवरी 1955 को दिल्ली में हुआ था. उन्हें अपनी शिक्षा एयरफोर्स सेंट्रल स्कूल से ग्रहण की थी और दिल्ली यूनिवर्सिटी के सेंट स्टीफन्स कॉलेज से उन्होंने ग्रेजुएशन किया है. उन्होंने पॉलिटिकल साइंस में एम.ए. और एम फिल किया हुआ है. इसके अलावा उन्होंने जेएनयू में इंटरनेशनल रिलेशन्स में पीएडी की डिग्री हासिल की है.
वो 2007 से 2009 के दौरान सिंगापुर में हाई कमिश्नर रह चुके हैं और इसके अलावा वो चीन में भारतीय राजदूत के तौर पर भी काम कर चुके हैं.