गोवा की पूर्व राज्यपाल मृदुला सिन्हा का निधन, मोदी, बीजेपी नेताओं ने जताया शोक
प्रधानमंत्री ने सिन्हा के निधन पर शोक प्रकट करते हुए कहा कि वह एक समाज सेवी के अलावा कुशल लेखिका भी थीं जिन्होंने साहित्य और सांस्कृतिक जगत में भी बहुत बड़ा योगदान दिया.
नई दिल्ली: बीजेपी की वरिष्ठ नेता और गोवा की पूर्व राज्यपाल मृदुला सिन्हा का बुधवार को निधन हो गया. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है. प्रधानमंत्री ने सिन्हा के निधन पर शोक प्रकट करते हुए कहा कि वह एक समाज सेवी के अलावा कुशल लेखिका भी थीं जिन्होंने साहित्य और सांस्कृतिक जगत में भी बहुत बड़ा योगदान दिया.
सिन्हा (77 वर्षीय) का बुधवार को राजधानी दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में निधन हो गया. उन्हें दिल का दौरा पड़ा था और उसके बाद उन्हें एम्स में भर्ती कराया गया था. वह बिहार से थीं और जनसंघ से जुड़ी हुई थीं. बाद में वह बीजेपी में शामिल हो गई थीं.
मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘श्रीमती मृदुला सिन्हा जी को उनकी जन सेवा के लिए याद किया जाएगा. वह एक कुशल लेखिका भी थी जिन्होंने साहित्य के साथ सांस्कृतिक जगत में भी बहुत बड़ा योगदान दिया शाह ने अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उन्होंने जीवन पर्यन्त देश, समाज और बीजेपी संगठन के लिए काम किया.
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘गोवा की पूर्व राज्यपाल व वरिष्ठ बीजेपी नेता मृदुला सिन्हा जी का निधन बहुत दुःखद है. उन्होंने जीवन पर्यन्त राष्ट्र, समाज और संगठन के लिए काम किया. वह एक निपुण लेखिका भी थी, जिन्हें उनके लेखन के लिए भी सदैव याद किया जाएगा. उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूँ. ॐ शान्ति.’’ बीजेपी अध्यक्ष नड्डा ने उनके निधन को पार्टी के लिए बहुत बड़ा नुकसान बताया.
उन्होंने कहा, ‘‘गोवा की पूर्व राज्यपाल, प्रख्यात साहित्यकार एवं बीजेपी की वरिष्ठ नेत्री मृदुला सिन्हा जी के निधन से मन व्यथित है. उनका निधन बीजेपी परिवार के लिए एक अपूर्णीय क्षति है. मैं ईश्वर से उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं तथा शोकाकुल परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं.’’
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सिन्हा का निधन उनके लिए बेहद पीड़ादायक है. वे अपने लम्बे सार्वजनिक जीवन में हर दायित्व को निभाने में सहज और सफल रहीं. उन्होंने कहा, ‘‘एक लेखिका के रूप में भी उन्होंने अपनी एक अलग पहचान बनाई. उनका पूरा जीवन समाज और साहित्य की सेवा के प्रति समर्पित रहा. मृदुलाजी ने हमेशा महिलाओं, वंचितों और अन्य निर्बल वर्गों से जुड़े मुद्दों को अपनी आवाज़ दी. उनका निधन मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है. मैं उनके प्रति अपनी भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके शोकाकुल परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूँ. ओम् शांति!.’’