Satyapal Malik Announcement: सोमवार को मेघालय (Meghalaya) के राज्यपाल पद खत्म होने के बाद सत्यपाल मलिक (Satyapal Malik) ने विपक्ष की राजनीति करने का निर्णय लिया है. राज्यपाल के पद से रिटायर होने के बाद वो अपने पैतृक गांव हिलावदा पहुंचे. यहां वो गांव के लोगों के साथ भविष्य की चर्चा करते हुए दिखे. यहां उन्होंने बुधवार को राष्ट्रीय लोकदल (RLD) के जयंत चौधरी और समाजवादी पार्टी (SP) के अखिलेश यादव को समर्थन देने की घोषणा कर दी.
राजभवन से बाहर आते ही सत्यपाल मलिक ने बीजेपी को तेवर दिखाने शुरू कर दिये. इसके साथ ही उन्होंने अखिलेश-जयंत को समर्थन देने की घोषणा भी कर दी. अपने गांव हिलावदा में उन्होंने पत्रकारों से बात की और कहा कि उनका सक्रिय राजनीति में शामिल होने की कोई मंशा नहीं है लेकिन उन्होंने संकेत दिया कि वो आएलडी और एसपी के संरक्षक बनना चाहते हैं.
किसानों के कल्याण के लिए करेंगे काम
सत्यपाल मलिक ने कहा कि वो नरेंद्र मोदी सरकार की किसान विरोधी नीतियों के शिकार हुए किसानों के कल्याण के लिए काम करेंगे और ये लड़ाई जारी रखेंगे. उन्होंने कहा कि ये समय किसानों के साथ रहने का है जिससे कि कोई भी राजनीतिक पार्टी उनकी एकता को तोड़ न सके. उन्होंने ये भी कहा कि अब वो मेघालय के राज्यपाल नहीं है, हो सकता है कि उन्हें भी केंद्रीय जांच एजेंसियों का सामना करना पड़े. उन्होंने कहा कि कितनी भी जांच करा लो मैं फकीर हूं कुछ नहीं मिलेगा.
सत्यपाल मलिक का बीजेपी पर हमला
सत्यपाल मलिक (Satyapal Malik) ने मीडिया से बात करते हुए बीजेपी (BJP) पर हमला किया और कहा कि बीजेपी सरकार में लोग महंगाई से परेशान हैं. उन्होंने कहा कि न तो वो कोई पार्टी ज्वाइन करेंगे और न ही कोई चुनाव लड़ेंगे. अब वह सिर्फ किसानों की आवाज उठाने का काम करेंगे. आपको बता दें कि लंबी सियासी पारी खेलने के बाद सत्यपाल मलिका को धारा 370 हटाने के बाद जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) का राज्यपाल बनाया था.
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