पूर्व गवर्नर तथागत रॉय ने कैलाश विजयवर्गीय के साथ कुत्ते की तस्वीर की पोस्ट, केंद्र पर साधा निशाना
Controversial Tweet: तथागत रॉय ने कहा कि जो चित्र मैंने सहेजा था और उसे उचित समय पर पोस्ट करने के लिए रखा था. लेकिन मैंने पोस्ट क्यों किया है और इसका क्या अर्थ है? मैं उस पर विस्तार से नहीं बताऊंगा.
Controversial Tweet: बीजेपी के वरिष्ठ नेता और मेघालय के पूर्व राज्यपाल तथागत रॉय ने केंद्रीय नेतृत्व पर निशाना साधते हुए कैलाश विजयवर्गीय की तस्वीर के साथ कुत्ते की तस्वीर को ट्वीट किया है. बीजेपी के वरिष्ठ नेता तथागत रॉय ने कहा कि जमीनी स्तर के नेताओं को अतिरिक्त महत्व देने के लिए पार्टी के पुराने नेताओं को महत्व न देना ठीक नहीं. उन्होंने कहा कि जो चित्र मैंने सहेजा था और उसे उचित समय पर पोस्ट करने के लिए रखा था.मैंने पोस्ट क्यों किया है और इसका क्या अर्थ है? मैं उस पर विस्तार से नहीं बताऊंगा. चित्र में जो संदेश है, उसे प्रत्येक व्यक्ति अपनी-अपनी धारणा के अनुसार समझ सकता है.
बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व राज्यपाल तथागत रॉय ने ट्वीट कर लिखा, "यह तृणमूल नेताओं को अतिरिक्त महत्व देने के लिए अभिशप्त है. बीजेपी के केंद्रीय सचिव अनुपम हाजरा. युवा और अनुभव में सीमित, अनुपम का बयान उल्लेखनीय है. इस बार बीजेपी ने एक ऐसे शख्स को टिकट दिया, जिसने नफरत से इसे खारिज कर दिया (शिखा मित्रा). 9 लोगों को तीन शहरों से टिकट मिला और मदन से खेला, फिर हार कर गायब हो गया. दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी के लिए इससे ज्यादा शर्मनाक और क्या हो सकता है?"
पार्टी नेतृत्व पर भी हमला
पूर्व राज्यपाल और बीजेपी के वरिष्ठ नेता तथागत पार्टी के कई फैसलों की आलोचना करने में हमेशा आगे रहते हैं. उन्होंने चुनिंदा विशेषणों से पार्टी नेतृत्व पर हमला बोला. लेकिन बीजेपी के भीतर उनके खिलाफ कभी कोई कार्रवाई नहीं की गई. इस बार उन्होंने पार्टी के केंद्रीय नेता कैलाश विजयवर्गीय की तुलना कुत्ते के चेहरे से की. मेघालय के पूर्व राज्यपाल तथागत रॉय ने कहा कि "राज्य नेतृत्व की वर्तमान स्थिति, जो मैं कह सकता हूं, ठीक है. मेरा मतलब यह है कि यह बेहतर हो रहा है.'
तथागत रॉय ने कहा कि हमारे नए राष्ट्रपति एक जानकार और पढ़े-लिखे व्यक्ति हैं और मैंने उनसे कई बार बातचीत की है. और हमारी बातचीत के कारण, मेरे पास जज हैं कि वह पार्टी के लिए अच्छी चीजें चाहते हैं और वह चर्चा करना चाहते हैं कि हमारे लिए सबसे अच्छा क्या है और उसके अनुसार कदम उठाएं. उनके साथ सुवेंदु अधिकारी भी हैं जो इस समय पूरे राज्य के दौरे पर हैं. उसके साथ वह भी जुड़ा हुआ है. मुझे उम्मीद है कि ये दोनों मिलकर बीजेपी को आगे बढ़ाने में कामयाब होंगे. 2 मई, 2021 को जो धनखड़ घटना हुई, उसे जितना हो सके ठीक करने के लिए हम आगे बढ़ेंगे. यह मेरी आशा है."
तथागत ने सोमवार शाम एक फोटो पोस्ट किया. जिसमे बाईं ओर एक कुत्ते का चेहरा और दाईं ओर कैलाश विजयवर्गी की तस्वीर थी . उस तस्वीर के ऊपर लिखा था 'पश्चिम बंगाल में फिर से वोडाफोन. बता दें कि मोबाइल सेवा प्रदाता वोडाफोन ने कई साल पहले अपने विज्ञापनों में कुत्तों का इस्तेमाल किया था. तथागत रॉय ने कहा, "मैंने सब कुछ जानबूझ कर किया है. देखिए, मैं 76 साल का हूं और मैं कोई बच्चा नहीं हूं कि बिना सोचे-समझे मैं सार्वजनिक स्थान या मीडिया पर कुछ भी पोस्ट नहीं करूंगा. मैं सोचता हूं और पोस्ट करता हूं और मैंने जो कुछ भी पोस्ट या ट्वीट किया है, मैंने उसके बारे में सोचा है और किया है."
तथागत रॉय ने समझाया नागरी नाटी का अर्थ
बीजेपी के वरिष्ठ नेता ने नागरी नाटी का अर्थ समझाते हुए कहा कि "यह "नागरी नाटी" है, यह महान कवि रवींद्रनाथ टैगोर की कविता से एक या दो शब्द है. "नागरी" का अर्थ है "नागरी", यह शब्द हिंदी में भी है, और "नोटी" एक एंटरटेनर है, एक फीमेल एंटरटेनर है. मैंने "नागरी नोटी" के बारे में जो बात कही और यह भी कहा कि कुछ अभिनेत्रियां हैं, नीच अभिनेत्रियां जिन्हें, मुझे नहीं पता कि उन्हें टिकट क्यों दिया गया और साथ ही साथ इतना पैसा क्यों दिया गया और उन्होंने क्या किया मदन मित्रा के साथ? और फिर एडी से बाहर भाग गया पूरी तरह से अज्ञात है, मुझे कोई जानकारी नहीं है.