गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री केशु भाई पटेल का हार्ट अटैक से निधन, पीएम मोदी ने जताया शोक
गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री केशु भाई पटेल का आज दिल का दौरान पड़ने से निधन हो गया है. केशु भाई पटेल ने दो बार गुजरात का सीएम पद संभाला था.
गांधीनगर: गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री केशु भाई पटेल का आज दिल का दौरान पड़ने से निधन हो गया है. केशु भाई पटेल ने दो बार गुजरात का सीएम पद संभाला था. दो दिन पहले वह कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे. केशु भाई पटेल की उम्र 92 साल थी.
पीएम मोदी ने शोक व्यक्त किया
केशु भाई पटेल के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं ने शोक व्यक्त किया है. पीएम मोदी ने ट्वीट कर लिखा है, ‘’केशुभाई ने जनसंघ और बीजेपी को मजबूत करने के लिए गुजरात की लंबी और चौड़ी यात्रा की. उन्होंने आपातकाल का विरोध किया. किसान कल्याण के मुद्दे उनके दिल के सबसे करीब थे. विधायक, सांसद, मंत्री और सीएम के रूप में रहते हुए उन्होंने किसानों के हित में कई कदम उठाए.’’
Keshubhai travelled across the length and breadth of Gujarat to strengthen the Jana Sangh and BJP. He resisted the Emergency tooth and nail. Issues of farmer welfare were closest to his heart. Be it as MLA, MP, Minister or CM, he ensured many farmer friendly measures were passed. pic.twitter.com/qvXxG0uHvo
— Narendra Modi (@narendramodi) October 29, 2020
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने ट्वीट किया है, ‘’गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल जी को मेरी भावभीनी श्रद्धांजलि. गुजरात की प्रगति में और प्रदेश में बीजेपी संगठन को मजबूत करने में केशुभाई का योगदान हमेशा याद रखा जायेगा. ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें. ॐ शांति.’’
गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल जी को मेरी भावभीनी श्रद्धांजलि। गुजरात की प्रगति में और प्रदेश में भाजपा संगठन को मजबूत करने में केशुभाई का योगदान हमेशा याद रखा जायेगा। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें। ॐ शांति
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) October 29, 2020
साल 2012 में बीजेपी छोड़कर बनाई अपनी पार्टी
केशु भाई पटेल ने पहली बार साल 1995 में गुजरात का सीएम पद संभाला था. इसके बाद वह 1998 से साल 2001 तक दूसरी बार मुख्यमंत्री पद पर काबिज हुए. वह छह बार राज्य में विधानसभा चुनाव जीते. केशु भाई पटेल ने साल 2012 में बीजेपी छोड़ दी थी और अपनी नई पार्टी 'गुजरात परिवर्तन पार्टी' बनाई थी.
साल 1945 में आरएसएस में शामिल हुए
साल 2012 के राज्य विधानसभा चुनाव में उन्हें विसावदर सीट से विधायक चुना गया था, लेकिन बाद में बीमार होने के कारण उन्होंने 2014 में इस्तीफा दे दिया था. केशुभाई पटेल ने साल 1945 में प्रचारक के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ज्वाइन किया था. वह साल 1975 में आपातकाल के दौरान जेल भी गए.