Haryana News: हरियाणा आम आदमी पार्टी (AAP) के पूर्व अध्यक्ष नवीन जयहिंद को गुरुवार को रोहतक में ड्यूटी पर तैनात एक सरकारी अधिकारी पर हमला करने, एक सरकारी कर्मचारी को ड्यूटी करने से रोकने और अस्पताल में अनाधिकार प्रवेश करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. रोहतक पुलिस ने बताया है कि नवीन जयहिंद ने कुछ लोगों के साथ बुधवार को पीजीआईएमएस रोहतक अस्पताल परिसर में घुस गए और सरकारी अधिकारियों के साथ मारपीट की और कथित तौर पर एक अधिकारी की पिटाई भी कर दी.
रोहतक के पुलिस अधीक्षक, उदय सिंह मीणा ने कहा, नवीन जयहिंद को गिरफ्तार कर लिया गया है. जब अस्पताल में मांगे गए दस्तावेजों के वेरिफिकेशन की प्रक्रिया चल रही थी, तब उन्होंने अपने सहयोगियों के साथ सरकारी काम में बाधा डाली. उन्होंने एक डिप्टी रजिस्ट्रार से मारपीट की. वह पांच से अधिक लोगों के साथ उस कमरे में घुस गए थे जहां वेरिफिकेशन किया जा रहा था.
मारपीट का वीडियो हो रहा वायरल
कर्मचारियों से हाथापाई और एक कर्मचारी से मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. पुलिस ने कहा कि घटना के वीडियो फुटेज में जयहिंद अधिकारी के साथ गरमागरम बहस करते और फिर उसे थप्पड़ मारते दिख रहे हैं. पुलिस ने बताया कि जयहिंद और उनके साथी ईश्वर शर्मा के खिलाफ मारपीट, दंगा करने और एक सरकारी कर्मचारी को आधिकारिक ड्यूटी करने से रोकने सहित अन्य आरोपों में मामला दर्ज किया गया है.
पुलिस ने कहा कि घटना के समय हरियाणा में नर्सों की भर्ती के लिए दस्तावेजों का सत्यापन चल रहा था. अपनी गिरफ्तारी से कुछ समय पहले, जयहिंद ने गुरुवार को यहां संवाददाताओं से कहा कि कुछ मीडिया आउटलेट कह रहे हैं कि मैं भाग रहा था, लेकिन "मैं तो यहां हूं." जयहिंद ने कहा कि हरियाणा के उम्मीदवारों पर बाहरी लोगों को तरजीह दिए जाने की शिकायत मिलने के बाद वह अस्पताल परिसर में गए थे.
जयहिंद ने कहा-मैंने कोई बलात्कार या हत्या नहीं की है
जयहिंद ने कहा, "क्या मैंने कोई बलात्कार या हत्या की है, मैंने केवल यह कहते हुए आवाज उठाई है कि प्रक्रिया निष्पक्ष तरीके से नहीं चल रही है. हरियाणा में बेरोजगारी दर सबसे अधिक है और मैंने उनकी आवाज उठाई." जयहिंद ने कहा कि कैंपस के अंदर जहां दस्तावेज सत्यापन की प्रक्रिया चल रही थी, अधिकारियों ने उनसे मिलने से इनकार कर दिया और कथित तौर पर दुर्व्यवहार किया. इस बीच, राज्य के एक वरिष्ठ आप नेता ने कहा कि जयहिंद ने 2019 के विधानसभा चुनाव के बाद पार्टी छोड़ दी थी.
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