चंडीगढ़: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला ने केंद्र के तीन नए कानूनों को वापस लेने या किसान संगठनों एवं विशेषज्ञों के साथ इस विषय पर सहमति कायम होने तक उनका क्रियान्वयन निलंबित रखने की मांग करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है.
इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के 85 वर्षीय अध्यक्ष ने कहा कि सरकार के ‘अड़ियल’ रवैये के चलते इस मुद्दे का अबतक कोई ठोस हल नहीं हुआ है. उन्होंने पत्र में लिखा, ‘‘यह दुखद स्थिति है क्योंकि कृषक वर्ग के लोग आमतौर पर किसी प्रदर्शन में हिस्सा नहीं लेते. यदि आज यह हो रहा है तो इसे संवेदनशीलता के साथ देखने की जरूरत है.’’
चौटाला ने पत्र में कहा, ‘‘इन सारी बातों को ध्यान में रखते हुए कृषि कानूनों को वापस लिया जाए.’’ उन्होंने यह भी कहा कि यदि इन कानूनों को वापस नहीं लिया जाता है तो, कम से कम तबतक उन्हें निलंबित रखा जाए, जबतक संतोषजनक प्रक्रिया के माध्यम से किसान संगठनों एवं विशेषज्ञों के साथ सहमति नहीं कायम हो जाती है.
दिल्ली की सीमाओं पर हजारों किसान करीब एक महीने से धरने पर बैठे हैं, क्योंकि सरकार और प्रदर्शनकारियों के बीच गतिरोध दूर होने का कोई संकेत नजर नहीं आ रहा है. ये किसान तीनों नये कृषि कानून वापस लेने की मांग कर रहे हैं.
चौटाला ने प्रधानमंत्री से अनुरोध किया कि कृषि कानूनों को लागू करने में हड़बड़ी नहीं की जाए या इसे ‘अहं का विषय’ नहीं बनाया जाए.
चौटाला को भर्ती घोटाले में दस साल कैद की सजा सुनाई गई है.
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