नई दिल्ली: करीब डेढ़ साल से राजनीतिक वनवास झेल रहे हरियाणा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अशोक तंवर अब अपना नया मोर्चा बनाने वाले हैं. 25 फरवरी को दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में अशोक तंवर इसका ऐलान करेंगे. तंवर के करीबी सूत्रों के मुताबिक देश के सभी महत्वपूर्ण मुद्दों को लेकर यह मोर्चा सक्रिय रहेगा.


हालांकि अभी साफ नहीं है कि क्या तंवर का मोर्चा भविष्य में राजनीतिक पार्टी बनेगा, लेकिन सूत्रों ने इस संभावना से इंकार भी नहीं किया है. हरियाणा की राजनीति में अशोक तंवर की पहचान युवा दलित नेता की है.


आपको बता दें कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा के दबाव में बीते विधानसभा चुनाव से ठीक पहले तंवर को हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष पद से हटाया गया था और कुमारी सैलजा को प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष पद सौंपा गया था. इसके बाद अशोक तंवर ने पार्टी छोड़ने का एलान कर दिया था, लेकिन कांग्रेस को कोई खास नुकसान नहीं पहुंचा पाए. करीब डेढ़ साल बाद नया मोर्चा बना कर तंवर दोबारा अपने पैर जमाने की कोशिश में हैं.


गौरतलब है कि हरियाणा के कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद अशोक तंवर ने जेजेपी को अपना समर्थन दिया था और जब नतीजे आए थे तो जननायक जनता पार्टी को 12 सीटें ही मिली थीं. हालांकि पार्टी हरियाणा के किंग मेकर के तौर पर उभरी.


पेट्रोल की कीमत पर राहुल गांधी का हमला, बोले- आपकी जेब खाली कर ‘मित्रों’ का खजाना भर रही सरकार