कृषि सुधार संबंधी नए कानूनों के विरोध में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और उसके आसपास प्रदर्शन कर रहे किसानों का सोमवार को 19वां दिन है. वह लगातार सरकार पर अपना दबाव बनाने के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं. हालांकि, केन्द्र सरकार की तरफ से प्रदर्शनकारी किसानों को आंदोलन खत्म करने के लिए सकारात्मक संदेश दिया गया है. इस बीच कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की तरफ से किसानों के प्रदर्शन का समर्थन करने को लेकर लगातार उनकी कड़ी आलोचना की जा रही है.


कनाडा के पीएम के किसानों के आंदोलन के समर्थन में बयान पर जहां भारत सरकार की तरफ से कड़ी आपत्ति जताई गई तो वहीं अब भारत के पूर्व राजदूतों ने कनाडा के पीएम के नाम एक खुला पत्र लिखा है. इसमें कनाडा में तैनात रहे पूर्व भारतीय उच्चायुक्त विष्णु प्रकाश भी शामिल हैं. इनकी तरफ से यह लिखा गया कि यह ‘कनाडा में वोट बैंक पॉलिटिक्स’ है.


गौरतलब है कि जस्टिन ट्रूडो ने भारत में किसानों के विरोध प्रदर्शन का समर्थन किया था और कहा था कि उनका देश शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन का हमेशा समर्थन करेगा. उन्होंने हालात पर चिंता जताई थी.


कनाडा में भारतीयों की अच्छी-खासी संख्या है और उनमें से अधिकतर पंजाब से हैं. इससे पहले कनाडा के रक्षा मंत्री हरजीत सज्जन ने भी भारतीय किसानों के आंदोलन पर टिप्पणी की थी. भारतीय मूल के सज्जन ने ट्वीट किया था, "भारत में शांतिपूर्ण प्रदर्शन को कुचलने की खबरें बहुत परेशान करने वाली हैं. मेरे कई मतदाताओं के परिवार वहां रहते हैं और वे अपने करीबी लोगों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं. स्वस्थ लोकतंत्र में शांतिपूर्ण प्रदर्शन की अनुमति होती है. मैं इसमें शामिल लोगों से आग्रह करता हूं कि वे इस मौलिक अधिकार को बनाए रखें."


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