(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
बाबूलाल मरांडी ने JVM का बीजेपी में विलय किया, अमित शाह बोले- उचित सम्मान और जिम्मेदारी मिलेगी
गृहमंत्री अमित शाह ने रांची में रैली को संबोधित करते हुए कहा कि बाबूलाल मरांडी के बीजेपी में फिर से शामिल होने से पार्टी की ताकत झारखंड में कई गुना बढ़ जायेगी.
रांची: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी की अगुवाई वाले झारखंड विकास मोर्चा (प्रजातांत्रिक) का आज बीजेपी में विलय हो गया. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रांची में एक रैली में बीजेपी में शामिल होने के लिए मरांडी और उनके समर्थकों का स्वागत किया. शाह ने मरांडी को आश्वासन दिया कि उन्हें बीजेपी में उचित सम्मान और जिम्मेदारी मिलेगी. उन्होंने कहा कि बाबूलाल मरांडी के बीजेपी में फिर से शामिल होने से पार्टी की ताकत झारखंड में कई गुना बढ़ जाएगी. वहीं मरांडी ने फोटो ट्वीट कर कहा कि हम चलेंगे साथ साथ, हम बढ़ेंगे साथ साथ.
अमित शाह ने क्या कहा?
अमित शाह ने रैली में कहा, ‘‘मुझे खुशी है कि बाबूलाल मरांडी बीजेपी में लौट आए हैं, मैं 2014 में पार्टी अध्यक्ष बनने के बाद से उनकी वापसी के लिए काम कर रहा था. ’’ उन्होंने कहा कि झारखंड की जनता ने जो जनादेश दिया है, बीजेपी उसका सम्मान करती है और हम झारखंड की जनता को भरोसा दिलाते हैं कि सत्ता में रहते हमने जितना काम किया, उससे अधिक काम विपक्ष में रहते हुए करेंगे. उन्होंने अयोध्या का मुद्दा भी उठाया और पूर्ववर्ती राज्य जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा वापस लेने का भी जिक्र किया.
उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अनुच्छेद 370 और 35 (ए) को निरस्त कर यह सुनिश्चित किया कि कश्मीर हमेशा के लिए भारत का अभिन्न अंग बन जाए.’’ मरांडी नवंबर 2000 से मार्च 2003 तक झारखंड के मुख्यमंत्री थे. चार बार सांसद रहे मरांडी ने 2006 में बीजेपी से अलग हो कर अपनी ‘‘झारखंड विकास मोर्चा (प्रजातांत्रिक)’’ पार्टी बना ली थी.
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास ने ट्वीट कर कहा कि बाबूलाल मरांडी जी झारखण्ड के प्रथम मुख्यमंत्री हैं, झारखण्ड को संवारने का काम उन्हीं के नेतृत्व में शुरू हुआ था. दोबारा भारतीय जनता पार्टी में उनके आने से एक नई ऊर्जा का संचार हुआ है.
बता दें कि झारखंड विधानसभा चुनाव में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा था. जिसके बाद से ही बाबूलाल मरांडी की बीजेपी में वापसी की अटकलें लगाई जा रही थी. हालांकि इस फैसले पर मरांडी की पार्टी के दो विधायकों ने आपत्ति जताई है और अटकलें लगाई जा रही हैं कि दोनों ही विधायक कांग्रेस में शामिल होंगे.