पूर्व न्यायाधीश बोले- ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाएं उत्पीड़न और प्रताड़ना का कर रही सामना
सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति पी वी रेड्डी ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए महिलाओं को लेकर बात की. उन्होंने कहा कि महिलीएं उत्पीड़न और प्रताड़ना सह रही हैं.
नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति पी वी रेड्डी ने बुधवार को कहा कि समाज के गरीब और वंचित वर्गों की महिलाएं, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसी महिलाएं जघन्य अपराधों का सामना करती हैं और असहाय होकर जरूरी कदम उठाये जाने की आस करती हैं.
महिलाएं उत्पीड़न और प्रताड़ना का सामना कर रही हैं
न्यायमूर्ति रेड्डी ने कहा कि महज इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से संदेश जारी करके और बंद दरवाजों में सेमिनार आयोजित करके आवश्यक प्रभाव नहीं पड़ेगा. उन्होंने कहा, ‘‘हाल के समय में जब हर क्षेत्र में महिलाएं पहचान बना रही हैं, ऐसे में यौन अपराध बढ़ गये हैं और तेजाब हमलों जैसी हिंसा भी बढ़ गयी है. कई महिलाएं उत्पीड़न और प्रताड़ना का सामना कर रही हैं, चाहे घर पर हों या कार्यस्थल पर.’’
राष्ट्रीय वेबिनार कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे रेड्डी
न्यायमूर्ति रेड्डी एनजीओ ‘सिटीजन्स राइट्स ट्रस्ट’ के ‘भारत में महिलाओं को संवैधानिक संरक्षण और उनके प्रति सामाजिक व्यवहार’ विषय पर आयोजित राष्ट्रीय वेबिनार कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे.
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