मध्य प्रदेश में कोरोना वहां के लोगों पर कहर बरपा रहा है. सख्ती के बावजूद राज्य में लगातार कोरोना के लगातार बेकाबू रफ्तार से नए मामले सामने आ रहे हैं. इस बीच, मध्य प्रदेश के रैगांव विधानसभा से विधायक और राज्य के पूर्व मंत्री जुगल किशोर बागरी को सोमवार को निधन हो गया. वह कोरोना से संक्रमित थे. उनका भोपाल के चिरायु अस्पताल में इलाज चल रहा था.


मध्य प्रदेश में आज कोरोना संक्रमण के 7 हजार 324 नए केस आए हैं जबकि पिछले चौबीस घंटे के दौरान 81 लोगों की मौत हो गई. राज्य में कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1 लाख 11 हजार 223 हो गई है. जबकि मरने वालों का कुल आंकड़ा 6 हजार 501 हो चुका है. हालांकि इस अब तक 5 लाख 63 हजार 754 लोग ठीक भी हो चुके हैं.






 


 

तीसरी लहर से बचने के लिए मध्य प्रदेश ने शुरू की तैयारी
इधर, मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने सोमवार को बताया कि कोरोना वायरस की तीसरी लहर में बच्चों के संक्रमित होने की आशंका को देखते हुये प्रदेश के मेडिकल कॉलेज के अस्पतालों में 360 बिस्तर के बच्चों के गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) की व्यवस्था की जा रही है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने हाल ही में देश में कोरोना वायरस संक्रमण की तीसरी लहर की चेतावनी दी है और कहा है कि यह बच्चों को भी अपनी चपेट में ले सकता है.


 


विश्वास सारंग द्वारा रविवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से प्रदेश के विभिन्न शासकीय मेडिकल कॉलेज एवं उनके कोविड अस्पतालों के चिकित्सकों एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों के साथ मंथन एवं विमर्श कर कोरोना की तीसरी लहर की रोकथाम एवं उपचार के विभिन्न आयामों पर विस्तृत चर्चा की गई.




सारंग ने समाचार एजेंसी ‘पीटीआई’ को बताया, ‘‘कोरोना की तीसरी लहर में नवजात शिशुओं एवं बच्चों के संक्रमित होने की आशंका को देखते हुये प्रदेश के मेडिकल कॉलेज के अस्पतालों में 360 बिस्तर के बच्चों के आइसीयू की व्यवस्था की जा रही है.’’ उन्होंने कहा कि इसी कड़ी में भोपाल के हमीदिया अस्पताल में 50 बिस्तर का बच्चों का आइसीयू तैयार किया जाएगा.


 


नवजात शिशु के उपचार के लिए दवाइयां सुनिश्चित करने के निर्देश

सारंग ने कोरोना वायरस संक्रमण में नवजात शिशु एवं बच्चों के उपचार के लिए आवश्यक दवाइयां, इंजेक्शन आदि की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश के 13 मेडिकल कॉलेज के अस्पतालों में 1000 ऑक्सीजन सांद्रक स्थापित किए जाएंगे.


सारंग ने बताया कि कोरोना वायरस की तीसरी लहर में कोविड मरीजों की संख्या में वृद्धि की पूर्व तैयारी हेतु प्रदेश के मेडिकल कॉलेज के कोविड अस्पतालों की वर्तमान अधोसंरचना में ही ऑक्सीजन बिस्तर तथा आइसीयू/एचडीयू (हाई डिपेंडेंसी यूनिट्स) बिस्तर की वृद्धि किए जाने के निर्देश प्रदान किये. वर्तमान में प्रदेश के 13 मेडिकल कॉलेज के अस्पतालों में प्रथम चरण में 1267 बिस्तर की वृद्धि की जाएगी जिसमे 767 आइसीयू/एचडीयू बिस्तर की वृद्धि की जाएगी.


उन्होंने उक्त बिस्तर वृद्धि करने के लिए आवश्यक उपकरण, संयंत्र एवं अन्य सामग्री की तत्काल खरीद करने के निर्देश भी दिए. सारंग ने बताया कि कोविड बिस्तर वृद्धि हेतु जो भी राशि की आवश्यकता होगी, वह सभी मेडिकल कॉलेजों को उपलब्ध कराई जाएगी.


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