महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख को मुंबई के जेजे अस्पताल में भर्ती कराया गया है. गिरने की वजह से अनिल देशमुख का कंधा डिस्लोकेट हो गया था, जिसके बाद शुक्रवार को उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. अब अनिल देशमुख की कंधे की सर्जरी की जाएगी. इस हादसे की वजह से सीबीआई के अधिकारियों को अनिल देशमुख की गिरफ्तारी के लिए कुछ दिन और इंतजार करना होगा.
बता दें कि अनिल देशमुख वित्तीय भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे हैं. अप्रैल 2021 में सीबीआई ने अनिल देशमुख और अन्य के खिलाफ वित्तीय भ्रष्टाचार के आरोप में मामला दर्ज किया था. विशेष सीबीआई कोर्ट ने सीबीआई को अनिल देशमुख, कुंदन शिंदे, संजीव पलांडे और सचिन वाजे से पूछताछ की अनुमति दी है.
सीबीआई 100 करोड़ रुपये की रंगदारी मामले में एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख, संजीव पलांडे, कुंदन शिंदे और सचिन वाजे को हिरासत में लेने के लिए तैयार थी, लेकिन अब इस हादसे के बाद कार्रवाई में देरी हो सकती है.
परमबीर सिंह के खिलाफ पांच कथित भ्रष्टाचार और रंगदारी के मामले दर्ज हैं. पिछले साल 4 मई को वो अपने खिलाफ जांच से बचने के लिए लापता हो गए थे. बाद में, वह अपना बयान दर्ज करने के लिए मुंबई अपराध शाखा के सामने पेश हुए, जब सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें राहत दी कि उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जाएगा.
सीबीआई ने पहले देशमुख को क्लीन चिट दे दी थी, लेकिन बाद में उन्होंने मामले की जांच के लिए प्राथमिकी दर्ज की. सीबीआई ने सात लोगों के बयान भी फिर से लिखे हैं, (सभी मुंबई पुलिस वाले), जिन्हें कथित तौर पर देशमुख की सुरक्षा में तैनात किया गया था.
देशमुख और वाजे अक्सर फोन पर बात करते थे. दिसंबर 2020 और फरवरी 2021 के बीच, वाजे ने कथित तौर पर मुंबई में ऑर्केस्ट्रा बार के मालिकों से लगभग 4.70 करोड़ रुपये वसूले थे. देशमुख के पीए शिंदे ने कथित तौर पर वजे से उक्त राशि एकत्र की. देशमुख के पीएस सूर्यकांत पलांडे ने कथित तौर पर देशमुख की ओर से निर्देश पारित किए.