Jammu and Kashmir: गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) के समर्थन में रविवार (28 अगस्त) को पूर्व मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता ताज मोहिउद्दीन (Senior Congress Leader Taj Mohi-ud-din) ने कांग्रेस पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया हैं. वह पार्टी से इस्तीफा देने वाले 10वें पूर्व कांग्रेस विधायक हैं. पूर्व मंत्री भी गुलाम नबी आजाद की नई पार्टी में शामिल होंगे. वह कहते हैं कि "नई पार्टी कभी भी बीजेपी (BJP) के साथ गठबंधन नहीं करेगी, लेकिन एनसी या पीडीपी के साथ हाथ मिला सकती है. जिस दिन मुझे लगेगा कि मेरी नई पार्टी बीजेपी के साथ जुड़ गई है, मैं उसे भी छोड़ दूंगा."
ताज मोहिउद्दीन ने कहा, "घाटी में जो अफवाहें फैलाई जा रही हैं कि आजाद साहब बीजेपी के साथ जा रहे हैं, वे पूरी तरह से निराधार हैं. हमारा बीजेपी से कोई संबंध नहीं है. हमारी एक धर्मनिरपेक्ष परंपरा है और हम किसी भी सूरत में गैर-धर्मनिरपेक्ष पार्टी से हाथ नहीं मिलाएंगे." ताज ने अपनी पार्टी के अध्यक्ष अल्ताफ बुखारी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कि "वह धारा 370 को निरस्त करने के लिए जिम्मेदार थे, मोहिउद्दीन ने कहा कि यह आजाद साहब थे जिन्होंने संसद में लगभग दो घंटे तक लगातार बात की थी."
'आजाद साहब ने की थी अनुच्छेद 370 के पैरामीटर पर बात'
ताज मोहिउद्दीन (Taj Mohi-ud-din) ने आगे कहा, "आज़ाद साहब (Ghulam Nabi Azad) को छोड़कर किसी भी निकाय ने संसद में अनुच्छेद 370 (Article-370) को निरस्त करने के बारे में बोलने की हिम्मत नहीं की, क्योंकि अन्य सभी नेता अनुच्छेद 370 के खिलाफ कुछ भी बोलने पर हिंदू प्रतिक्रिया (Hindu Reaction) से डरते थे. यह आज़ाद साहब थे जिन्होंने संसद (Parliament) में हर अनुच्छेद 370 के पैरामीटर के बारे में बात की थी." उन्होंने कहा कि "गुलाम नबी आजाद के कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद अल्ताफ बुखारी (Altaf Bukhari) बेचैन क्यों हो गए, ऐसा इसलिए है क्योंकि उन्हें पता है कि जो लोग अपनी पार्टी में शामिल हुए हैं वे पार्टी छोड़ देंगे और गुलाम नबी आजाद के साथ शामिल होंगे."
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