Jitendra Singh Bablu Expelled: उत्तर प्रदेश में जितेंद्र सिंह बबलू की बीजेपी में एंट्री पर सियासी विवाद गरमाता जा रहा था. इलाहाबाद सांसद रीता बहुगुणा जोशी ने बबलू को बीजेपी में लिए जाने पर खुलकर नाराजगी का इजहार किया था. पूर्व बीएसपी विधायक बबलू के लिए 12 साल पुराना मामला था, उन पर रीता बहुगुणा जोशी का घर जलाने का आरोप है. लेकिन प्रदेश नेतृत्व ने आज बबलू को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है. थोड़ी देर में पार्टी की ओर से इस बारे में अधिकारिक जानकारी भी जारी की जाएगी.


जितेंद्र सिंह बबलू अयोध्या के रहने वाले हैं. 2007 में बहुजन समाज पार्टी पूर्ण बहुमत से सत्ता में आई थी, उस वक्त बबलू बीकापुर से बीएसपी विधायक थे. घटना जुलाई 2009 की है. उस समय रीता बहुगुणा जोशी यूपी कांग्रेस की अध्यक्ष थीं. रेप के एक मामले में यूपी सरकार के मुआवजा देने पर सवाल उठाते हुए उन्होंने मुरादाबाद में तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी लेकिन अब बबलू के बीजेपी से निकाले जाने के बाद इस पूरे घटनाक्रम का पटाक्षेप हो गया है.


गौरतलब है कि सांसद रीता बहुगुणा जोशी के घर में आग लगाने के मामले में आरोपी रहे बसपा के पूर्व विधायक जितेंद्र सिंह बबलू 4 अगस्‍त को यहां भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हुए थे. बबलू ने पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह की मौजूदगी में बीजेपी की सदस्यता ली थी.


जितेंद्र सिंह बबूल के बीजेपी में शामिल होने के बाद रीता बहुगुणा जोशी ने कहा था, “जितेंद्र सिंह बबलू के पार्टी में शामिल होने के समाचार से स्तब्ध हूं. उन्होंने 2009 में, जिस समय मैं मुरादाबाद जेल में बंद थी, उस समय सरोजनी नायडू मार्ग, लखनऊ स्थित मेरे निवास को आग लगाने में बड़ी भूमिका निभाई थी. पूरे भारत में टेलीविज़न पर वह दिखाई दिए थे और तहकीकात में वह आरोपी पाए गए थे.”


BJP को 2019-20 में इलेक्टोरल बॉन्ड से मिला 74 फीसदी चंदा, कांग्रेस की हिस्सेदारी सिर्फ 9 फीसदी


यह भी देखें