कोरोना वायरस के प्रसार की रोकथाम को लेकर देशभर में अभी भी कई तरह के प्रतिबंध लगे हुए हैं. कहीं पर नाइट कर्फ्यू तो कहीं मास्क नहीं लगाने पर भारी-भरकम जुर्माना वसूला जा है. लेकिन गुजरात के बीजेपी नेता और राज्य के पूर्व मंत्री कांति गामित की पोती की सगाई में जो नजारा दिखा उसके बाद सवाल उठता है कि क्या ये कोरोना को लेकर नियम-कायदे सिर्फ आम लोगों के लिए ही हैं? क्या इसे मानने की जिम्मेदारी बाकी लोगों की नहीं है? गुजरात के BJP नेता की पोती की सगाई का जो वीडियो वायरल होकर लोगों के सामने आया वह हैरान करने वाला है. इसमें करीब छह हजार की संख्या में लोग शरीक होकर जश्न मनाते हुए दिख रहे हैं.
हालांकि, इस वीडियो के सामने आने के बाद उन्होंने माफी मांगी है. गुजरात के पूर्व मंत्री कांति गामित ने कहा- मैं क्षमा प्रार्थी हूं क्योंकि यह गलती थी. हमने तुलसी विवाह का आयोजन किया था और साथ में मेरी पोती की सगाई भी थी. लेकिन, हमने इसमें किसी को व्यक्तिगत तौर पर नहीं बुलाया था. हमने सिर्फ 2 हजार लोगों के लिए खाने और डांस का इंतजाम किया था. कुछ लोगों ने इसका वीडियो बना दिया और वह वायरल हो गया.
इधर, भारतीय जनता पार्टी के नेता और गुजरात सरकार में पूर्व मंत्री रहे कांति गामित की पोती की सगाई में कोविड-19 गाइडलाइंस की धज्जियां उड़ने और हजारों लोगों के हुजूम उमड़ने के बाद पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए इसके आयोजकों पर कार्रवाई की है. तापी जिले के दासवाड़ा में यह वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस की तरफ से कदम उठाया गया है.
गौरतलब है कि देशभर में एक बार फिर से कोरोना वायरस का संक्रमण काफी तेजी से फैलने लगा है. इसकी वजह से कई राज्यों ने एक बार फिर सख्ती कर दी है और जिन चीजों में लोगों को छूट दी गई थी उसमें भी पाबंदी लगा दी है. इसी के चलते राज्य सरकारों ने शादी-समारोह में शामिल होने वाले लोगों की संख्या को घटा दिया है और सीमित कर दिया है. आयोजन एक ऐसे शहर में जहां हुआ है जहां पहले से ही कोरोना विकराल रूप ले रहा है और इस राज्य के कई शहरों में नाइट कर्फ्यू लगा हुआ है.
यह पूरा मामला सामने आने के बाद सूरज रेंज के आईजी राजकुमार पांडियन के आदेश के बाद तापी के एसपी ने शिकायत दर्ज कर मामले की जांच के आदेश दिये हैं. इस आयोजन का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए पूर्व मंत्री को पूछताछ के लिए तलब किया है. वहीं राज्य के गृहमंत्री प्रदीप सिंह जडेजा ने वीडियो की सत्यता की जांच के आदेश दे दिये हैं.
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