'ट्रक चोरी’ करने वाले सुल्तान को अखिलेश ने ऑफ़िस में ही रोक दिया
बीएसपी नेता सुल्तान बेग ने अखिलेश यादव से एक दिन पहले भेंट की थी. इसी मुलाकात में तय हुआ कि वे समाजवादी पार्टी में शामिल हो जाएंगे.
लखनऊ: समाजवादी पार्टी ऑफिस में भीड़ जमा थी. गेट के बाहर बरेली से आई कई गाड़ियां लगी हुई थीं. अंदर मंच सजा था. अपने समर्थकों के संग सुल्तान भी पहुंच चुके थे. पार्टी के सभी बड़े नेता हॉल के बाहर खड़े थे. इंतेज़ार अखिलेश यादव का था. उनके आते ही प्रेस कॉन्फ़्रेंस शुरू होना था. कुछ देर बाद वे आ भी गए. लेकिन अखिलेश के बगल में जिस सुल्तान को बैठना था, उन्हें अंदर जाने से सुरक्षा कर्मियों ने रोक दिया. जिस नेता को पार्टी में अंदर कराने के लिए इतना इंतज़ाम हुआ था, वे बाहर ही रह गए. क्योंकि सुल्तान बेग पर ट्रक चोरी से लेकर रेप तक के आरोप हैं.
बीएसपी नेता सुल्तान बेग ने अखिलेश यादव से एक दिन पहले भेंट की थी. इसी मुलाकात में तय हुआ कि वे समाजवादी पार्टी में शामिल हो जाएंगे. बरेली से तीन बार विधायक रह चुके सुल्तान इलाके के मज़बूत नेता माने जाते हैं. वे पहली बार कावर सीट से समाजवादी पार्टी की टिकट पर एमएलए बने थे. वे 2007 में फिर चुनाव जीत गए. मायावती की सरकार में सुल्तान बेग पर छह केस दर्ज हो गए. ट्रक की चोरी से लेकर रेप तक के आरोप उन पर लगे. बाद में वे बहनजी की शरण में चले गए. 2012 में वे मीरगंज से बीएसपी के विधायक बन गए.
अखिलेश यादव से मिलने के बाद सुल्तान बेग की घरवापसी तय हो गई थी. जैसे ही ये ख़बर उनके विरोधियों तक पहुंची. सबने मिल कर सुल्तान का रास्ता रोक दिया. बरेली से ही समाजवादी पार्टी के नेता शहजिल इस्लाम ने तो आसमान सर पर उठा लिया. सुल्तान का सारा कच्चा चिट्ठा अखिलेश यादव के सामने रखा गया. प्रेस कॉन्फ्रेंस से कुछ मिनट पहले सुल्तान को पार्टी में शामिल न करने का फ़ैसला हो गया. हॉल के अंदर अखिलेश मीडिया से बात करते रहे और सुल्तान बाहर लॉन में कुर्सी पर बैठ कर अपनी क़िस्मत को कोसते रहे.