पाकिस्तान में भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते पीएम पद के लिए अयोग्य ठहराए गए नवाज़ शरीफ ने ये माना है कि पाक में आतंकी संगठन सक्रिय हैं. उन्होंने मुल्तान में रैली से पहले 'द डॉन' को एक इंटरव्यू दिया और उसमें सवाल उठाए कि क्या हम सीमा पार करके आतंकियों को जाने दे सकते हैं और मुंबई में 150 लोगों को मरने दे सकते हैं. इस तरह उन्होंने स्वीकार किया कि पाकिस्तान में मुंबई हमलों के पीछे पाकिस्तान का हाथ था.
पाकिस्तान हमेशा मुंबई हमलों के पीछे अपना हाथ होने से इंकार करता रहा है और भारत की तरफ से डोजियर और सबूत देने के बावजूद इन आरोपों से मुकरता रहा है.
पिछले साल जुलाई में नवाज को इस्तीफा देना पड़ा था
दरअसल पनामा पेपर लीक मामले में नवाज शरीफ का नाम आया था और इसके बाद कोर्ट ने पिछले साल 28 जुलाई को उन्हें दोषी पाया था. पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें प्रधानमंत्री पद के लिए अयोग्य घोषित कर दिया था जिसके बाद नवाज को इस्तीफा देना पड़ा था.
पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने 13 अप्रैल शुक्रवार को पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को जीवनभर चुनाव लड़ने के अयोग्य ठहरा दिया था जिसके मुताबिक शरीफ आजीवन कोई सार्वजनिक पद नहीं संभाल पाएंगे. अदालत ने पिछले साल जुलाई में भ्रष्टाचार के आरोप को लेकर प्रधानमंत्री के तौर पर शरीफ को अयोग्य घोषित कर दिया था, लेकिन उस फैसले में अयोग्यता की अवधि का उल्लेख नहीं किया था. सभी पांचों न्यायाधीशों ने एकमत से फैसला सुनाते हुए कहा कि जो लोग देश के संविधान के प्रति ईमानदार और सच्चे नहीं हैं, उन्हें जीवन भर के लिए संसद से प्रतिबंधित रखना चाहिए.