Ratan Tata Passes Away: पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा के निधन पर गुरुवार (10 अक्टूबर) को गहरा दुख जताया. टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन को लिखे पत्र में मनमोहन सिंह ने रतन टाटा की भारतीय उद्योग जगत में एक दिग्गज के रूप में सराहना की. मनमोहन सिंह ने चंद्रशेखरन को बताया कि रतन टाटा के साथ कई अवसरों पर मिलकर काम करने की उनकी बहुत अच्छी यादें हैं.


पूर्व प्रधानमंत्री ने पत्र में लिखा, "वे एक व्यावसायिक आइकन से कहीं बढ़कर थे, उनकी दूरदर्शिता और मानवता उनके जीवन के दौरान स्थापित और पोषित कई चैरिटी के कामों में दिखाई देती है." मनमोहन सिंह ने रतन टाटा की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनमें सत्ता में बैठे लोगों से सच बोलने का साहस था. मुझे कई मौकों पर उनके साथ मिलकर काम करने की यादें हैं. मैं इस दुखद अवसर पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं उनकी आत्मा को शांति मिले.


रतन टाटा के निधन पर देश में शोक की लहर


आज उद्योगपतियों और कई राजनीतिक दलों के नेताओं सहित पूरा देश रतन टाटा के निधन पर शोक व्यक्त कर रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पद्म विभूषण से सम्मानित रतन टाटा को श्रद्धांजलि देते हुए उन्हें "एक दूरदर्शी कारोबारी नेता,एक दयालु आत्मा और एक असाधारण इंसान बताया. पीएम मोदी ने भारत के सबसे लंबे समय से चले आ रहे और प्रतिष्ठित कारोबारी समूहों में से एक में टाटा के स्थिर नेतृत्व की प्रशंसा की, साथ ही कॉरपोरेट जगत से परे उनके योगदान को भी स्वीकार किया.


उन्होंने कहा कि टाटा की विनम्रता, उदारता और समाज को बेहतर बनाने के लिए उनके अटूट समर्पण ने उन्हें अनगिनत लोगों का प्रिय बना दिया. वहीं, टाटा समूह के वर्तमान चेयरमैन नटराजन चंद्रशेखरन ने टाटा को अपना "मित्र, गुरु और मार्गदर्शक" बताया.


9 अक्टूबर को ब्रीच कैंडी में रतन टाटा का निधन 


बता दें कि टाटा समूह के चेयरमैन एमेरिटस रतन टाटा का बुधवार देर रात 86 वर्ष की आयु में मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया. जिसके बाद टाटा के पार्थिव शरीर को मुंबई के नेशनल सेंटर फॉर द परफॉर्मिंग आर्ट्स ले जाया गया, जहां आम लोग,उद्योगपति,राज्य के अधिकारी और मशहूर हस्तियां उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि देने के लिए कतार में खड़े थे. 


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