नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने आज कहा कि बाहरी और आंतरिक निहित स्वार्थ के चलते भारत को विभाजित करने के लिए हिंसा और सांप्रदायिक आवेग को उकसाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि बढ़ती असहिष्णुता, सांप्रदायिक ध्रुवीकरण, कुछ समूहों की नफरत से उपजे हिंसक अपराध हमारी राजनीतिक व्यवस्था को नुकसान पहुंचाएंगे.
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 75वीं जयंती के मौके पर मनमोहन सिंह ने कहा, ''पिछले कुछ सालों में कुछ परेशान करने वाला प्रचलन दिखाई दे रहा है. बढ़ती असहिष्णुता, सांप्रदायिक ध्रुवीकरण, हिंसक अपराधों की बढ़ती घटनाओं और कुछ भीड़ द्वारा प्रेरित हिंसा की प्रवृतियां हमारी राजनीति को नुकसान पहुंचाएंगे.''
उन्होंने कहा, ''हमें राजीव गांधी के रास्ते पर चलना होगा. वे शांति, एकीकरण और सांप्रदायिक सौहार्द को बढ़ावा देने के पक्षधर थे.'' पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत अविभाज्य है और धर्मनिरपेक्षता हमारे राष्ट्रवाद का आधार है. कोई धर्म नफरत या असहनशीलता का पाठ नहीं पढ़ाता है. मनमोहन सिंह ने कहा कि राजीव गांधी के उल्लेखनीय योगदान का स्मरण करने का वक्त है. आज का समारोह इसी उदेश्य के लिए आयोजित हुआ है.
Rajiv Gandhi: बचपन से लेकर उनके राजनीतिक सफर और फिर हत्या तक की कहानी तस्वीरों में
आज पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 75वीं जयंती है. इस मौके पर पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने उन्हें समाधि स्थल पहुंचकर श्रद्धांजलि दी. राहुल गांधी ने अपने पिता को याद करते हुए कहा कि राजीव गांधी की दूरदर्शी नीतियों से भारत के निर्माण में मदद मिली.
अक्टूबर, 1984 से दिसंबर 1989 तक देश के प्रधानमंत्री रहे राजीव गांधी का जन्म 20 अगस्त, 1944 को हुआ था. वह 40 की उम्र में देश के सबसे कम उम्र के प्रधानमंत्री बने.