नई दिल्ली: देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का 84 साल की उम्र में निधन हो गया. उनके बेटे अभिजीत मुखर्जी ने इस बात की जानकारी दी. लंबे समय से उनका इलाज चल रहा था. वे दिल्ली के आर्मी अस्पताल में भर्ती थे. पूर्व राष्ट्रपति कोरोना संक्रमित भी पाए गए थे. उनके निधन पर देश में शोक की लहर है.
पूर्व राष्ट्रपति के निधन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा, “देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा, “पूर्व राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी के स्वर्गवास के बारे में सुनकर हृदय को आघात पहुंचा. उनका देहावसान एक युग की समाप्ति है. श्री प्रणब मुखर्जी के परिवार, मित्र-जनों और सभी देशवासियों के प्रति मैं गहन शोक-संवेदना व्यक्त करता हूं. सार्वजनिक जीवन में विराट कद हासिल करने वाले प्रणब दा ने भारत माता की सेवा एक संत की तरह की. देश के एक विलक्षण सपूत के चले जाने से समूचा राष्ट्र शोकाकुल है.”
पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करते हुए कहा कि भारत रत्न श्री प्रणब मुखर्जी के निधन पर भारत शोख व्यक्त करता है. उन्होंने हमारे राष्ट्र के विकास पथ पर एक अमिट छाप छोड़ी है. एक विद्वान, एक राजनीतिज्ञ, उन्हें समाज के सभी वर्गों द्वारा सराहा गया.
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, “भारत के पूर्व राष्ट्रपति, भारत रत्न श्री प्रणब मुखर्जी जी के निधन पर गहरा दुख हुआ. वह एक बहुत ही अनुभवी नेता थे जिन्होंने पूरी निष्ठा के साथ देश की सेवा की. प्रणब दा का प्रतिष्ठित जीवन पूरे देश के लिए गर्व की बात है. प्रणब दा का जीवन हमेशा उनकी त्रुटिहीन सेवा और हमारी मातृभूमि के लिए अमिट योगदान के लिए याद किया जाएगा. उनके निधन ने भारतीय राजनीति में एक बहुत बड़ा शून्य छोड़ दिया है. इस अपूरणीय क्षति पर उनके परिवार और अनुयायियों के साथ मेरी संवेदना है. शांति शांति शांति.”
राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा, “बहुत दुख के साथ, राष्ट्र को हमारे पूर्व राष्ट्रपति श्री प्रणव मुखर्जी के दुर्भाग्यपूर्ण निधन की खबर मिली. मैं उन्हें श्रद्धांजलि देने में देश के साथ हूं. शोक संतप्त परिवार और दोस्तों के प्रति मेरी गहरी संवेदना.”
चिराग पासवान ने कहा, “भारत के पूर्व राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी जी के निधन का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ। ईश्वर से मेरी प्रार्थना है कि प्रभु उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे एवं परिवार को इस दुख की घड़ी को सहने की शक्ति दे। ।।ॐ शांति ॐ।।''