चंडीगढ़: पंजाब के पूर्व डीजीपी के पी एस गिल का रविवार को पूरे पुलिस सम्मान के साथ राजधानी दिल्ली में अंतिम संस्कार किया गया. इस मौके पर पंजाब पुलिस ने सीआरपीएफ और दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर गिल को गार्ड ऑफ ऑनर दिया.
पंजाब से आतंकवाद को खत्म करने का श्रेय
गिल के बेटे और बेटी ने उनकी चिता को मुखाग्नि दी. तीनों बलों ने उनके सम्मान में उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया. उन्हें पंजाब से आतंकवाद को खत्म करने और शांति बहाल करने का श्रेय जाता है. आपको बता दें कि गिल का 82 साल की उम्र में शुक्रवार को निधन हो गया था.
पंजाब सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि पंजाब के पुलिस महानिदेशक सुरेश अरोड़ा ने उनके शव पर पुष्पचक्र चढ़ाया. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने प्रधानमंत्री की तरफ से गिल के शव पर पुष्पचक्र चढ़ाया.
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के सलाहकार भरत इंदर सिंह चहल ने गिल के अंतिम संस्कार में पंजाब सरकार का प्रतिनिधित्व किया. वहीं, मुख्यमंत्री के राजनैतिक सचिव करणपाल सिंह शेखों ने कैप्टन अमरिंदर सिंह की तरफ से पुष्पचक्र चढ़ाया.
लोगों ने बड़ी संख्या में दी पंजाब के पूर्व डीजीपी को श्रद्धांजलि
राजनैतिक और अन्य गणमान्य लोगों और आईपीएस अधिकारियों समेत विभिन्न क्षेत्र के लोगों ने बड़ी संख्या में पंजाब के पूर्व डीजीपी को श्रद्धांजलि दी. इनमें अखिल भारतीय आतंकवाद विरोधी मोर्चा के अध्यक्ष मनिंदरजीत सिंह बिट्टा, डीजीपी हरदीप सिंह ढिल्लों, पूर्व डीजीपी सरबदीप सिंह और पूर्व डीजीपी एस के शर्मा शामिल हैं.
एडीजीपी दिनकर गुप्ता, एडीजीपी इकबाल प्रीत सिंह सहोता, एडीजीपी ईश्वर सिंह, आईजी अर्पित शुक्ला, आईजी परमराज सिंह उमरानंगल, आईजी अनन्या गौतम, आईजी ईश्वर सिंह, एआईजी हरप्रीत सिंह संधू, प्रोफेसर सरूप सिंह, नरींदर सिंह और भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान धनराज पिल्लै ने दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि दी.
गिल ने सीआरपीएफ के डीजी के तौर पर भी काम किया था. वह साल 2006-07 में छत्तीसगढ़ सरकार के सुरक्षा सलाहकार भी थे.