Fake Degree Certificate Case: स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) के पूर्व नेता निखिल थॉमस को केरल के कोट्टायम जिले से हिरासत में ले लिया गया. पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक निखिल को शानिवार को एक सरकारी बस से हिरासत में लिया गया है. निखिल पर कॉलेज में प्रवेश पाने के लिए फर्जी प्रमाणपत्र जमा करने का आरोप है. 


पुलिस ने शनिवार को बताया कि थॉमस कोट्टायम से कोल्लम जिले के कोट्टाराक्करा जा रही केएसआरटीसी बस में यात्रा कर रहा था. जिसकी जानकारी उन्हें मिली तभी पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया. जिसके बाद उसे अलाप्पुझा जिले के कायमकुलम पुलिस थाने में ले जाया गया.


मएसएम कॉलेज में वामपंथी संगठन का है पूर्व नेता
एक पुलिस अधिकारी ने पीटीआई भाषा को बताया कि निखिल से पूछताछ की जा रही है. हालांकि उसे अभी गिरफ्तार नहीं किया गया है. निखिल कायमकुलम स्थित एमएसएम कॉलेज में वामपंथी संगठन का पूर्व नेता है. जिसे फर्जी प्रमाणपत्र को लेकर विभिन्न संगठनों के आरोपों के बाद एसएफआई ने मंगलवार को उसे संगठन की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया था.


फर्जी डिग्री से लिया था एडमिशन 
एसएफआई, केरल की सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी माकपा की छात्र यूनिट है. संगठन ने एक बयान में कहा था कि निखिल ने ऐसा काम किया है, जो किसी एसएफआई कार्यकर्ता को कभी नहीं करना चाहिए. राज्य में कांग्रेस की छात्र शाखा, केरल छात्र संघ आरोप लगा रही है कि थॉमस ने फर्जी डिग्री प्रमाणपत्र जमा करने के बाद उसी कॉलेज में एमकॉम की सीट हासिल की थी.


क्या है मामला?
निखिल थॉमस के खिलाफ मामला यह है कि उन्होंने कायमकुलम के एमएसएम कॉलेज में पीजी प्रवेश पाने के लिए कथित तौर पर कलिंगा विश्वविद्यालय से फर्जी डिग्री प्रमाणपत्र तैयार किया था. केएसयू का दावा है  कि निखिल ने बीकॉम का कोर्स पास नहीं किया और एमकॉम कोर्स में प्रवेश पाने के लिए उसने फर्जी प्रमाणपत्र पेश किया.


(इनपुट भाषा से )


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