नई दिल्ली: पिछली मोदी सरकार में मंत्री रहे चौधरी बीरेंद्र सिंह ने राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया. उचाना में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि मैं उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू को राज्यसभा की सदस्यता से अपना इस्तीफा सौंपकर सीधे आप कार्यकर्ताओं के बीच आया हूं. बीरेंद्र सिंह ने आगे कहा कि अब मैं यहीं रहकर स्थानीय राजनीति करूंगा.


उचाना के राजीव गांधी महाविद्यालय में देर शाम कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा, मैं हर चुनाव में हिसाब-किताब लगा लेता था, लेकिन पहली बार ऐसा हुआ जब खुद का हिसाब-किताब गड़बड़ाया है. कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश में हमारी सरकार बनी है, ऐसे में कुछ सीटों पर मिली हार से आप मायूस ना हों. आप हमारे लिए सिर्फ कार्यकर्ता नहीं बल्कि साथी हैं.


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वहीं विपक्ष पर निशाना साधते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि चुनाव में भ्रामक प्रचार किया गया कि हमारे परिवार के तीन सदस्य राजनीति में हैं लेकिन जो यहां से विधायक चुना गया है उनके परिवार के पांच लोग विधायक बने हैं. ऐसे भ्रामक प्रचार का भी हमें नुकसान हुआ है. बैठक में कार्यकर्ताओं से हार के कारणों के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा ‘जन आशीर्वाद यात्रा’ में गर्दन काट दूंगा जैसा बयान और इस यात्रा से हुई गुटबाजी से चुनाव में हमें काफी नुकसान हुआ.


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