पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता उमा भारती ने एक बार फिर शराबबंदी की वकालत की है. उमा भारती ने कहा कि पूरे देश में शराबबंदी की योजना लागू की जानी चाहिए. उन्होंने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी पार्टी की सरकार वाले राज्यों में शराबबंदी लागू करने की मांग की.


उमा भारती ने शराबबंदी को लेकर कहा कि कोरोना काल में जब तक शराब की दुकाने नहीं खुली थी तब एक भी उदाहरण नहीं मिला कि शराब नहीं पीने से किसी की मृत्यु हुई हो. उसके बाद शराब के कारण लोगों के मरने के कई उदाहरण सामने आए हैं. नशाबंदी से स्वस्थ समाज का निर्माण होता है.






शराबबंदी से नीतीश कुमार को मिले महिलाओं के वोट
उमा भारती ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी बीजेपी शासित राज्यों में पूर्ण शराबबंदी की मांग की है. उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तारीफ करते हुए कहा कि इसी की वजह से बिहार में महिलाओं ने उन्हें वोट किया. कानून व्यवस्था को बरकरार रख समाज में संतुलन बनाए रखने के लिए हजारों करोड़ रुपये खर्च करने पड़ते हैं. ऐसे में शराबबंदी एक पर एक डिबेट शुरू की जा सकती है.


पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि राजनीतिक दलों को चुनाव जीतने का दबाव रहता है बिहार की भाजपा की जीत यह साबित करती है कि शराबबंदी के कारण ही महिलाओं ने एकतरफा वोट नीतीश कुमार को दिये.






राजस्व को दूसरे तरीकों से किया जा सकता है पूरा
भारती ने कहा कि शराबबंदी कहीं से भी घाटे का सौदा नहीं है. शराब बंदी से राजस्व को हुई क्षति को कहीं से भी पूरा किया जा सकता है किंतु शराब के नशे में बलात्कार, हत्याएं, दुर्घटनाएं छोटी बालिकाओं के साथ दुष्कर्म जैसी घटनाएं भयावह हैं तथा देश एवं समाज के लिए कलंक है. आपको बता दें, गुजरात में लंबे समय से शराबबंदी लागू है और बिहार में नीतीश सरकार ने शराबबंदी लागू की थी.


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