अहमदाबाद: विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) में वर्चस्व की लड़ाई में हारे प्रवीण तोगड़िया ने आज अनशन तोड़ दिया है. आज किये गये मेडिकल जांच के मुताबिक, तोगड़िया का ब्लड प्रेशर और सूगर बढ़ गया था और उन्हें डॉक्टरों ने अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी थी. इससे पहले शिवसेना के नेताओं ने तोगड़िया से अहमदाबाद में अनशन स्थल पर मुलाकात की थी.
वीएचपी के पूर्व अध्यक्ष तोगड़िया ने मंगलवार को राम मंदिर निर्माण की मांग करते हुए अनशन शुरू किया किया था. साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर वादाखिलाफी के आरोप लगाए थे. तोगड़िया ने कहा था बीजेपी ने हमसे दावा किया कि एक बार हम संसद में बहुमत में आएंगे तो हम विधेयक पास कर राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त करेंगे.
तोगड़िया ने कहा कि विहिप ने लोगों से अयोध्या में कार सेवा करने के लिए शहादत देने को कहा था. करीब 60 लोगों ने अपनी शहादत दी थी और गुजरात के हजारों लोगों ने अपना योगदान दिया था. लेकिन आज बीजेपी इससे मुकर रही है. तोगड़िया ने आगे कहा था कि सीमाओं पर सैनिक सुरक्षित नहीं हैं. किसान खुदकुशी कर रहे हैं. हमारी बेटियां हमारे घरों में सुरक्षित नहीं हैं और प्रधानमंत्री विदेश दौरे पर गए हैं.
आपको बता दें कि तोगड़िया 32 सालों तक वीएचपी में एकक्षत्र राज करते रहे. लेकिन उन्हें पिछले दिनों तक बड़ा झटका लगा था जब वीएचपी में चुनाव कराये गये और उनके करीबी राघव रेड्डी को बड़ी हार मिली. वहीं वीएचपी के नए अध्यक्ष के रूप में हिमाचल प्रदेश के पूर्व राज्यपाल वीएस कोकजे चुने गये. कोकजे से मिली हार के बाद तोगड़िया ने वीएचपी छोड़ने का ऐलान किया.
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